मंदिरों के लाउडस्पीकर पर Madhya Pradesh में बड़ा विवाद, जानें क्या है पूरा मामला

Ravi Goswami
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सीनियर IAS अधिकारी शैलबाला मार्टिन मध्य प्रदेश में मंदिरों में लगे लाउडस्पीकर को लेकर दिए बयान पर विवाद बढ़ गया है। उन्होंने इस बार भी एक ऐसा पोस्ट किया है कि फिर सुर्खियों में आ गई हैं।

इन दिनों मध्य प्रदेश में मंदिरों में लाउडस्पीकर बजने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इसका कारण बना है एक चर्चित IAS अधिकारी शैलबाला मार्टिन का सोशल मीडिया पोस्ट है। शैलबाला मार्टिन, जो कि 2009 बैच की IAS अधिकारी हैं और वर्तमान में लोक प्रशासन विभाग (GAD) में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत हैं।

2014 में स्वास्थ्य विभाग, 2019 में उन्होंने बुरहानपुर की नगर निगम आयुक्त और उसी वर्ष निवाड़ी जिले की कलेक्टर सहित अलग-अलग पदों पर काम किया है। वह सामान्य प्रशासन विभाग में 25 जनवरी 2022 से अपर सचिव के पद पर कार्यरत हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने पिछले साल ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे। खास तौर से जिनका उद्देश्य धार्मिक स्थलों में सार्वजनिक संबोधन प्रणाली (Public Address System) को रेगुलेट करना था।

मंदिरों और मस्जिदों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर उन्होंने सवाल उठाते हुए एक ट्वीट किया था। पूरे राज्य में उनके इस बयान के बाद हंगामा मच गया है। सीनियर आईएएस अधिकारी शैलबाला मार्टिन द्वारा सोशल मीडिया पर मंदिरों में स्थापित सार्वजनिक संबोधन प्रणाली के कारण ध्वनि प्रदूषण पर सवाल उठाने वाली पोस्ट ने मध्य प्रदेश में विवाद खड़ा कर दिया है और धार्मिक समूहों ने अधिकारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।