Bhopal: डायरी को लेकर पीसीसी चीफ का तंज, बोले ‘सौरभ शर्मा आए, तो डायरी गायब?’, मामले को लेकर जाएंगे कोर्ट

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि यदि सर्च किया जाए तो सबसे भ्रष्ट राज्यों की सूची में मध्य प्रदेश का नाम सामने आता है। उन्होंने जांच एजेंसियों से आग्रह किया कि वे इस मामले को निष्पक्ष और प्रभावी तरीके से संभालें। पटवारी ने सवाल उठाया, “अब सौरभ शर्मा आ गए तो डायरी कहां गई? क्या इसका अस्तित्व खतरे में है?”

उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस इस मामले को अदालत तक ले जाएगी और पूरी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है। उन्होंने आगे कहा, “जब सोना और नकदी से जुड़े तीनों आरोपियों ने इनकार कर दिया, तो आखिर यह धन किसका है?” पटवारी के मुताबिक, यह घोटाला करीब 20 हजार करोड़ रुपये का है, जिसमें 2 हजार करोड़ रुपये का ब्योरा डायरी में दर्ज है।

10 विभागों की जांच में सामने आएगा 20 लाख करोड़ का गबन

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि यदि मध्य प्रदेश के 10 विभागों की जांच की जाए, तो 2 लाख करोड़ रुपये का गबन सामने आ सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सौरभ शर्मा खुद सामने आए, लेकिन जांच एजेंसियों ने उन्हें पकड़ने में नाकामी जताई। पटवारी ने कहा, “हमने पहले ही कहा था कि सौरभ शर्मा की जान को खतरा हो सकता है, और उन्होंने भी यही बात मानी।”

Bhopal: डायरी को लेकर पीसीसी चीफ का तंज, बोले 'सौरभ शर्मा आए, तो डायरी गायब?', मामले को लेकर जाएंगे कोर्ट

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है, मंहगाई की दर भी लगातार ऊपर जा रही है, जबकि सरकार लगातार कर्ज ले रही है और अपनी योजनाओं को बंद कर रही है। पटवारी ने आरोप लगाया कि मोहन यादव का पूरा मंत्रिमंडल भ्रष्टाचार के कारण संकट में है, और सभी लोग सरकारी खजाने को लूटने में लगे हुए हैं।

सही जांच से सभी मंत्रियों को मिलेगा जवाब, मंत्रालयों में नहीं होगी एंट्री

जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सौरभ शर्मा को बस तीन सिपाही इधर-उधर घुमा रहे हैं। अगर सही तरीके से जांच की जाए, तो एक भी मंत्री मंत्रालय में नहीं जा पाएगा और सभी को जेल जाना पड़ेगा। पटवारी ने चैलेंज करते हुए कहा, “अगर कोई भी व्यक्ति मध्य प्रदेश में बिना किसी भ्रष्टाचार के किसी भी विभाग में काम करके दिखा दे, तो मैं उनका स्वागत करूंगा।” उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार अब 5वीं मंजिल तक फैल चुका है, और यह सीएम ऑफिस से लेकर तहसील तक सभी स्तरों पर मौजूद है।

अफसरों के तबादलों में शिवराज का रिकॉर्ड टूटा

जीतू पटवारी ने कहा कि भ्रष्टाचार तो “पांचवीं मंजिल” से शुरू होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहन जी ने शिवराज जी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, खासकर तबादलों के मामले में। “शिवराज जी के पांच कार्यकाल का रिकॉर्ड टूट चुका है,” पटवारी ने कहा। उन्होंने सवाल उठाया, “बार-बार तबादले क्यों किए जा रहे हैं? क्या कार्यालय बेचे जा रहे हैं या अपरिपक्व व्यक्तियों को नियुक्त किया जा रहा है?” पटवारी ने यह भी आरोप लगाया कि एक ही अधिकारी के दस बार तबादले किए जाते हैं, जो दर्शाता है कि उस अधिकारी द्वारा कार्यों को सही तरीके से संभाला नहीं जा रहा है।