इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवाओं ने समय से पहले देश और राज्य में प्रवेश किया। मानसून की शुरुआत के बाद पहले कुछ दिनों में बारिश ने अपेक्षित रूप दिखाया। जिसके चलते मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में कृषि कार्य में तेजी आ गई है। लेकिन अब जब जून का महीना समाप्ति की ओर है।
‘मानसून का आगमन’
अरब सागर में मानसूनी हवाओं ने फिर से ताकत पकड़ ली है और ये हवाएं अब देश के ज्यादातर हिस्सों को कवर करती नजर आ रही हैं। इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश में मॉनसून की संतोषजनक मौजूदगी का अनुमान लगाते हुए दक्षिण क्षेत्र में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने सिवनी, छिंदवाड़ा में भी तूफानी हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी दी है।
‘इन जिलों में बारिश का अलर्ट’
इसी तरह भोपाल, छिंदवाड़ा, सागर, ग्वालियर समेत कई जगहों पर बारिश हुई है। साथ ही, मौसम विभाग ने भोपाल और इंदौर समेत अधिकांश जिलों में तेज हवाएं और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। मानसून पहले ही भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, खंडवा, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर समेत प्रदेश के 32 जिलों में पहुंच चुका है। मंगलवार को मानसून के प्रदेश के पूर्वी इलाकों में पहुंचने की उम्मीद है।
‘प्रदेश में मौसम का मिजाज’
IMD भोपाल के वैज्ञानिक के अनुसार, मध्य प्रदेश में इस समय दो पश्चिमी विक्षोभ, दो चक्रवाती परिसंचरण और एक सक्रिय ट्रफ लाइन है, जिसके कारण लगातार बारिश हो रही है। पूर्वानुमान के अनुसार, पिछले 24 घंटों में स्थिर मानसून के बाद आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना है।