नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए लोगों का कोरोना महामारी के चलते हौसला बढ़ाया है। ये छठा मौका है जब उन्होंने देश को संबोधित किया है। आपको बता दे, पीएम मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए लोगों के प्रति चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अनलॉक-1 के बाद लापरवाही बढ़ी है, जो चिंता का कारण है। उन्होंने आगे कहा कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक वहीं देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है, समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है।
लेकिन जब से लोगों को अनलॉक की छूट दी गई है लोगों की लापरवाही बढ़ती ही चली जा रही है। इससे पहले हम बहुत सतर्क थे लेकिन अब लोग लापरवाही बरत रहे हैं। पहले सब मास्क को लेकर, सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर बहुत सतर्क थे। लेकिन अब अनलॉक 1 में मंदिर-मस्जिद, बाजार व मॉल्स तमाम चीजें खोल दी गई हैं। सड़कों पर लोगों की भीड़ भी नजर आ रही है। जिसकी वजह से संक्रमण बढ़ता ही चला जा रहा है। आगे पीएम मोदी ने कहा कंटेनमेंट जोन पर हमें बहुत ध्यान देना होगा। जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे, हमें उन्हें टोकना, रोकना और समझाना होगा।
साथ ही पीएम मोदी ने कहा कोरोना के चलते देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है कि सी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले। फिर भलाई केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए।
पीएम मोदी ने कहा देश हो या व्यक्ति, समय पर फैसले लेने से, संवेदनशीलता से फैसले लेने से, किसी भी संकट का मुकाबला करने की शक्ति बढ़ जाती है, इसलिए लॉकडाउन होते ही सरकार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई। पिछले तीन महीने में 20 करोड़ परिवारों के खतों में 31 हजार करोड़ जमा करवाया गया है। जिसमें 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। भारत में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त दिया गया।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन की योजना पांच महीने बढ़ाई जा रही है। इस योजना को नवंबर तक देश में लागू रखा जाएगा। इस योजन के अंतर्गत गरीबों को 5 किलो मुफ्त गेंहू या चावल और एक किलो चना दिया जाएगा। वहीं पीएम मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है। अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड one nation one ration card..