धार: लगातार आपदा प्रबंधन में जुटा है प्रशासनिक अमला, राहत शिविरों में किया गया बिस्तर और खाने का इंतजाम

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इंदौर संभाग के धार जिले के भारुड़पुरा डैम (कारम) में रिसाव के बाद उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये शासन-प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मंत्री द्वय तुलसीराम सिलावट तथा राजवर्धन सिंह दत्तीगांव सहित कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी चंद्रशेखर सोलंकी सहित संबंधित जिलों के कलेक्टर और अन्य अधिकारी मौके पर ही मौजूद हैं। इनके द्वारा स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है। आपदा प्रबंधन के कार्य तेज गति से किये जा रहे है।

मंत्री ने डाला डेरा वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार मौके पर

उपरोक्त डैम में रिसाव से उत्पन्न विषम परिस्थितियों पर शासन-प्रशासन लगातार सक्रियता और संवेदनशीलता से कार्य कर रहा है। जल संसाधन विभाग के मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट विगत चौबीस घंटों से बाँध स्थल पर ही मौजूद हैं। मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव भी उनके साथ हैं। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी श्री राकेश गुप्ता भी अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार मौके पर हैं। कल देर रात तक डाउन स्ट्रीम के गांवों में काम करने के बाद अब भी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी बाँध स्थल पर मौजूद हैं।

 

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ग्रामीणों को पहुंचाया गया सुरक्षित स्थानों पर

धार जिले के भारुड़पुरा में डैम के रिसाव के बाद खरगोन जिला प्रशासन डाउनस्ट्रीम में आने वाले गांवों में ऐतिहात के तौर पर शुक्रवार दोपहर से ही राहत एवं बचाव के कार्यो में लगा रहा। खरगोन कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम दिन भर डैम से प्रभावित क्षेत्र में नजर बनाये रखे हैं। हालांकि दिन में एहतियातन गांव खाली कराया गया। मगर सामान्य स्थिति देखते हुए ग्रामीण पुनः अपने-अपने घरों तक पहुँच गए थे। शुक्रवार रात 9 बजे क्षेत्र के नागरिकों की सुरक्षा के लिए राज्य शासन द्वारा जान-माल बचाने के निर्देश प्राप्त हुए। इसके बाद से प्रशासनिक अमला पुनः सम्भावित 6 गांवों को खाली कराने में जुटा रहा। महेश्वर तहसील में कारम नदी के तटवर्ती 6 गांवों को खाली कर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर बनाये गए राहत शिविरों में पहुँचाने का कार्य किया गया।

नर्मदा और कारम नदी के संगम तक का आंकलन कमिश्नर और कलेक्टर ने किया

शुक्रवार रात करीब 10 बजे इंदौर कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, खरगोन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी धर्मवीर सिंह महेश्वर तहसील के जलकोटा पहुँचे। यहां नर्मदा नदी और कारम नदी के संगम स्थान पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से पानी के वेग और फैलाव से बचाव पर संक्षिप्त बैठक की। साथ ही इसी गांव में राहत एवं बचाव के कार्यों को अपनी निगरानी में कराते रहें। जलकोटा गांव में उच्च अधिकारियों ने राहत शिविर में गद्दे बिस्तर, पानी और भोजन आदि व्यवस्थाओ सुनिश्चित कर जायजा लेते रहे।

ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि आपकी सुरक्षा शासन का पहला उद्देश्य है। आपको सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है साथ ही राहत शिविरों में बिस्तर और भोजन के इंतजाम किए गए है। सामान्य स्थिति होने पर पुनः आप लोगो को गांवो में छोड़ा जाएगा। जलकोटा के आकू वर्मा की बेटी मनीषा ने बताया कि प्रशासन के अधिकारियों ने हमारी जोखिम को दूर करने के लिए परिवहन, भोजन और ठहरने की तात्कालिक व्यवस्था की है। इसी तरह कड़वा जी ने भी अपने परिवार के साथ सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए प्रशासन का धन्यवाद दिया।

डैम में कार्यरत कर्मियों एवं उपस्थित नागरिकों के लिए सनातन सारथी परिवार धामनोद के स्वयंसेवक द्वारा भी स्वप्रेरणा से भोजन वितरण का कार्य किया जा रहा हैं। संस्था के श्री भारत सिंह परिहार ने बताया कि उनका दल प्रभावित ग्रामों में भी रोटी वितरण का काम कर रहा है।

जाँच समिति गठित

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया है कि डैम लीकेज के संबंध में विशेषज्ञों की जांच समिति गठित कर दी गई है समिति को शीघ्र प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में लापरवाही पाए जाने पर दोषियों को चिन्हित कर कड़ी वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में

धार जिले के डैम में स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट स्वयं उद्योग संवर्धन मंत्री  राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के साथ लगातार मौके पर कैंप किए हुए हैं। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन कार्य संचालित कर रहे हैं।

मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया है कि निर्माणाधीन कारम डैम में एक किनारे से सुरक्षित तरीक़े से पानी की निकासी की जा रही है ताकि बांध की दीवारों पर पानी का दबाव कम किया जा सके। मंत्री सिलावट के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के सभी आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। बांध के निचले हिस्से के गांवों को सुरक्षित तरीक़े से ख़ाली करा लिया गया है।

मंत्री सिलावट ने बताया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्थिति के संबंध में लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और सरकार सजगता से कार्य कर रही है। यहाँ आपदा प्रबंधन के लिए सेना की इकाई भी पहुंच चुकी है और राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा प्रबंधन दल भी काम प्रारंभ कर चुका है। उन्होंने सभी ग्रामवासियों को आश्वस्त किया है कि किसी भी प्रकार की जन धन हानि नहीं होने दी जाएगी और इस बाबत सभी इन्तजाम सुनिश्चित कर लिए गए हैं।

डैम में दाहिने हिस्से में रॉक कटर मशीनों और पोकलेन की मदद से नहर निकाल कर बांध से पानी सुरक्षित तरीक़े से निकालने का कार्य किया जा रहा है। डैम में दाहिने तरफ चैनल बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है। डैम में आपदा प्रबंधन का कार्य अभी भी जारी है। हेलीकॉप्टर द्वारा भी बांध और उसके इर्द गिर्द गांवो की निगरानी की जा रही है।