भोपाल में हर दिन 125 से ज्यादा घरों में डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर का लार्वा मिल रहे हैं। हाल ये है कि लार्वा सर्वे के लिए शहर में सिर्फ 44 टीमें ही चल रही हैं। दरअसल, छले दिनों 33 टीमें काम कर रही थीं। ऐसे में जब देखा गया कि मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो टीमों की संख्या तो बढ़ाई गई है, लेकिन यह अभी भी नाकाफी है।
जानकारी के मुताबिक, सिर्फ सितंबर में डेंगू 176 मरीज शहर में मिल चुके हैं। शहर में 10 फीसद से ज्यादा घरों में लार्वा मिलने का मतलब है कि 15 से 20 दिन के भीतर शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या और बढ़ेगी। वर्ष 2019 तक शहर में जुलाई से अक्टूबर तक सर्वे के लिए 100 से ज्यादा टीमें काम करती थीं। 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संबंधी काम में लगे थे, जिससे टीमें नहीं बढ़ाई जा सकीं। इस साल साल कोरोना का संक्रमण कम है। इसके बाद भी सिर्फ 44 टीमें हैं।
मलेरिया विभाग द्वारा की गई गतिविधि –
29 सितंबर तक किया गया लार्वा सर्वे -186923
कितने घरों में लार्वा मिला–11764
कितने बर्तनों में लार्वा सर्वे किया गया –1,47,89,273
कितने बर्तनों में लार्वा मिला–14232
कितने बर्तन खाली कराए गए–1674
कितने बर्तनों में लार्वा नष्ट करने के लिए टेमोफास डाला गया–12558
लालघाटी क्षेत्र में सबसे ज्यादा घरों में मिले मरीज –
विजय नगर, शिवलोक और लालघाटी — 26
साकेत नगर–18
कमला नगर निजामुद्दीन– 16
अमराई, बागसेवनिया और कटारा–14
अयोध्या बाईपास, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र –9
गांधी नगर– 8
अवधपुरी -6
ई 8 अरेरा कॉलोनी–6
नेहरू नगर– 6
सुभाष नगर –5
मालवीय नगर– 5
अब तक मिले मरीजों में किस उम्र के कितने –
उम्र — महिला– पुरुष
एक साल तक –6–8
1 से 5 साल तक –15–28
5 से 9 साल तक –18–29
9 से 14 साल तक — 48—35
14 साल से ऊपर–70–100