शेयर बाजार में हाहाकार, चंद पलों में करोड़ो स्वाहा, जानें कब-कब आई स्टॉक मार्केट में इतनी बड़ी गिरावट ?

भारतीय शेयर बाजार ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, जिसमें वैश्विक संकट और घरेलू अनिश्चितताओं ने निवेशकों को झकझोरा है। हाल ही में, आज सोमवार को बाजार में निवेशकों को चंद पलों में 19 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

Srashti Bisen
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Stock Market Crash : भारतीय शेयर बाजार ने कई सुनहरे पल देखे हैं, लेकिन इसके इतिहास में कुछ ऐसे काले दिन भी रहे हैं जब सेंसेक्स भारी गिरावट का शिकार हुआ। वैश्विक संकट से लेकर घरेलू अनिश्चितता तक, इन घटनाओं ने निवेशकों को झकझोर कर रख दिया है। कई बार तो ऐसा हुआ कि बाजार के ट्रेंडिंग को कुछ समय के लिए रोकने की नौबत आ गई।

हाल ही में, सोमवार को कुछ ही मिनटों में भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के 19 लाख करोड़ रुपये डूब गए। यह गिरावट बाजार के लिए एक और चेतावनी के रूप में सामने आई है, जो बताती है कि शेयर बाजार का उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए एक बड़ा जोखिम बन सकता है।

वो मौके जब शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट..

4 जून 2024 : लोकसभा चुनाव के परिणाम का प्रभाव

लोकसभा चुनाव के परिणामों के दिन शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स दिन की शुरुआत में ही 1700 अंक गिरा और दिन बढ़ने के साथ यह गिरावट और बढ़ती चली गई। दोपहर तक सेंसेक्स में 6094 अंकों की गिरावट देखी गई। इसका कारण था कि चुनाव परिणाम एग्जिट पोल्स से अलग थे। भा.ज.पा. को उम्मीद से कम सीटें मिलीं, जिससे बाजार में निराशा फैल गई और बाजार गिर गया।

मार्च 2020 : कोरोना महामारी का असर

कोरोना महामारी के दौरान शेयर बाजार को भारी नुकसान हुआ। 23 मार्च 2020 को सेंसेक्स ने एक ही झटके में 3935 अंक गिराए, और इसने निवेशकों को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया। लॉकडाउन की आशंका ने बाजार को पूरी तरह से प्रभावित किया। इससे पहले 12 मार्च 2020 को सेंसेक्स में 2919 अंक और 9 मार्च 2020 को 1941 अंक की गिरावट आई थी।

फरवरी 2020 : कोरोना के बढ़ते खतरे का असर

कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे ने शेयर बाजार में और भी गिरावट ला दी। निवेशक काफी डरे हुए थे, जिससे बिकवाली ने बाजार पर दबाव बना दिया। 27 फरवरी 2020 को सेंसेक्स में 1448 अंक की गिरावट आई। इसी तरह 24 फरवरी 2020 को 806 अंक, 6 फरवरी 2020 को 1000 अंक, और 3 फरवरी 2020 को 2100 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी।

31 जनवरी 2020 : वैश्विक अस्थिरता और आर्थिक मंदी का असर

31 जनवरी 2020 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 987 अंक गिरा। उस समय बाजार में आर्थिक सुस्ती और वैश्विक अनिश्चितता का दबाव था, जिससे बाजार लगातार गिरावट का सामना कर रहा था।

24 अगस्त 2015 : रुपये की कमजोरी के कारण

24 अगस्त 2015 को चीन की मंदी और रुपये की कमजोरी के कारण शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई। सेंसेक्स में उस दिन 1624 अंक की गिरावट आई, जो उस समय की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट थी। इस गिरावट से निवेशकों के पोर्टफोलियो को भारी नुकसान हुआ था।