ना कोई बैंक लोन ना कोई ईएमआई राजस्थान मोटर गैराज (rajasthan motor garage) विभाग द्वारा कार, बाइक, ट्रक और बस की ऑक्शन की जाती है। ये सभी गाड़ियां राजस्थान सरकार के अधीन सभी विभागों में काम में ली हुई होती है। विभाग द्वारा वर्थलैस ऐलान किए जाने के बाद गाड़ियों को मोटर गैराज भेज दिया जाता है। यहां वर्ष में एक बार या दो बार अक्टूबर या अप्रैल के आस -पास ऑक्शन का आयोजन किया जाता है। ऑक्शन में सबसे अधिक गाड़ियां पुलिस विभाग की होती है। पुलिस में जो भी बाइक और कार होती है, वे अच्छी स्थिति में होती है। यानी उन्हें सड़क पर चलाने के लिए थोड़ा सा पैसा खर्च करना होता है।
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राजस्थान में जितनी भी जिप्सी और एम्बेसडर कार आपको सड़कों पर चलती दिखाई देगी, मान लीजिए की उनमें से 80 प्रतिशत नीलामी में से ही ली हुई है। हर एक बाइक और कार की नीलामी में राशि की भिन्नता उसकी कंडीशन पर निर्भर करता है। लेकिन मोटर गैराज विभाग की ओर से यह ऑक्शन बिल्कुल साफ़ और सभी के सामने होती है। इसमें किसी भी टाइप की कोई फ्रॉड नहीं होता हैं । गाडी को बाहर लाया जाता है और उसको चेक करने के लिए सभी को अवसर दिया जाता है।
कार को पूरी तरह गौर से चेक करने के बाद, जब आपका दिल करे की हम इसे लेना चाहते हैं। ऐसे में आप नीलामी में भाग ले सकते हैं। गाडी को स्टार्ट नहीं किया जाता। किसी भी अच्छे से अच्छी और खराब से खराब कार को भी स्टार्ट करके नहीं लाया जाता। नीलामी से छुड़ाने के बाद आपको कार या बाइक को अन्य किसी दूसरे वाहनके माध्यम से ही घर लेकर जाना होगा। ऑक्शन में भाग लेने के लिए आवश्यक विशिष्टता, और डॉक्यूमेंट्स के साथ पूरी डिटेल्स नीचे दी गई लिंक के माध्यम से चेक कर सकते हैं। ऑक्शन में कौन पार्टिसिपेट कर सकता है और कितनी धन राशि में कौनसी कार मिल सकती है। इसके लिए नीचे दी गई लिंक पर जाएं।