अनुराग जैन बने मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव

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मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव के रूप में आईएएस अधिकारी अनुराग जैन की नियुक्ति की घोषणा की गई है। वे वर्तमान में केंद्र में पदस्थ थे, लेकिन अब वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटकर मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा की जगह लेंगे। वीरा राणा का सेवा विस्तार 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है, जिससे उनकी जगह लेने की प्रक्रिया तेज हुई है।

अनुराग जैन की वरिष्ठता और चयन

अनुराग जैन मध्य प्रदेश के सबसे सीनियर आईएएस अधिकारियों में से एक हैं। 1989 बैच के अधिकारी होने के नाते उनकी नियुक्ति से किसी अन्य अधिकारी को सुपर सीड नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, वे मुख्यमंत्री मोहन यादव के करीबी माने जाते हैं। उनके नाम पर मुहर लगने से पहले कई अन्य अधिकारियों के नाम मुख्य सचिव पद के लिए चर्चा में थे, लेकिन अंततः अनुराग जैन का चयन हुआ है।

प्रशासनिक अनुभव

अनुराग जैन का प्रशासनिक अनुभव काफी गहरा है। वे पहले भी 10 साल पहले पीएमओ में संयुक्त सचिव रह चुके हैं और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भी पीएमओ में पदस्थ थे। वर्तमान में, वे सड़क, परिवहन और राजमार्ग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा, वे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के सचिव रह चुके हैं और भोपाल के कलेक्टर भी रह चुके हैं।

वित्तीय प्रबंधन में विशेषज्ञता

अनुराग जैन को वित्तीय प्रबंधन का अच्छा जानकार माना जाता है। कमलनाथ सरकार के दौरान भी उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी गई थीं। 2019 में, जब वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे, तो उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। हालाँकि, 2020 में वे पुनः केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे, लेकिन अब उनकी वापसी मध्य प्रदेश में हो रही है।

नियुक्ति का आदेश

सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से आज उनकी नियुक्ति का आधिकारिक आदेश जारी होने की उम्मीद है। उनके सीएस बनने की चर्चा पिछले नौ महीने से चल रही थी, और इस संदर्भ में उनकी मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात भी हुई थी। इस प्रकार, अनुराग जैन की नियुक्ति मध्य प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखी जा रही है।