Janata Darbar : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेशवासियों की समस्याओं को सीधे सुनने और उनका समाधान प्रदान करने के लिए “जनता दरबार” कार्यक्रम की शुरुआत करने की घोषणा की है। यह पहल मुख्यमंत्री हाउस में आयोजित होगी और इसमें बीमार तथा जरूरतमंदों के मामलों को प्राथमिकता दी जाएगी। इस कार्यक्रम के माध्यम से सीएम सीधे जनता से संवाद करेंगे और त्वरित समाधान प्रदान करने का प्रयास करेंगे।
6 जनवरी से शुरू होगा “जनता दरबार”
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि 6 जनवरी से जनता दरबार की शुरुआत की जाएगी। यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष सोमवार को आयोजित होगा और सुबह 10 बजे से 12 बजे तक चलेगा। इस दौरान, सीएम जनता से सीधे मिलकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश देंगे। इस कार्यक्रम में 500-600 लोगों के भाग लेने की संभावना है। यह कार्यक्रम प्रदेशवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिससे वे अपनी समस्याओं का समाधान सीधे मुख्यमंत्री से पा सकेंगे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि इस तरह के जन दरबार कार्यक्रम का आयोजन अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी करते हैं। उदाहरण स्वरूप, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी अपने राज्यों में जनता से सीधा संवाद करने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
विक्रमोत्सव 2025 और व्यापार मेले की तैयारियां
CM मोहन यादव ने उज्जैन में होने वाले विक्रमोत्सव 2025 और विक्रम व्यापार मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में, मुख्यमंत्री ने मेले की तैयारियों का जायजा लिया और आयोजन स्थल के तौर पर सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर को चुना है।
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेले में ऑटो एक्सपो और धार्मिक पर्यटन को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही, विक्रम संवत की स्मृति में सेमिनार और सांस्कृतिक आयोजन भी किए जाएंगे।
राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर
बैठक में मुख्यमंत्री ने विक्रम उत्सव और व्यापार मेले के आयोजन को राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का एक अहम कदम बताया। उन्होंने इस कार्यक्रम को सम्राट विक्रमादित्य की न्याय परंपरा और विक्रम संवत के प्रवर्तन की स्मृति में एक भव्य आयोजन के रूप में आयोजित करने की योजना बनाई है।