कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के अनुसार सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों, एआईसीसी महासचिवों और प्रभारी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अब नई कमेटी बनाएंगे। ज्ञातव्य है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव में अध्यक्ष चुने गए मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद का पदभार संभाल लिया है।
खड़गे के आगे है बड़ी चुनौती
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के दिन अभी कुछ सालों से लगातार खराब होते जा रहे हैं। मोदी सरकार के उदय के बाद से ही कांग्रेस पार्टी का पतन तेजी से शुरू होने लगा और केंद्र में सरकार तो दूर की बात है बल्कि अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए संघर्ष करने का दौर कांग्रेस पार्टी में शुरू हो गया है। इस दौरान कई राज्यों में जहाँ कांग्रेस की सरकार और समर्थन मौजूद था, वहां चुनावों में पार्टी की हार हुई और साथ ही महाराष्ट्र जैसे राज्य में जहां शिवसेना के साथ पार्टी का गठबंधन था, विधायकों की बगावत की वजह से शिवसेना का तख्तापलट हुआ और नतीजन शिवसेना बगावती गुट के नेता एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए। इस स्थिति में मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर रहते हुए पार्टी को कितना आगे लेकर जाते हैं, यह आगे समय के साथ ही मालुम हो सकेगा।
24 सालों में पहले गैर गाँधी अध्यक्ष
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे पिछले 24 सालों में कांग्रेस पार्टी के पहले और एकमात्र अध्यक्ष हैं जिनका सरनेम गाँधी नहीं है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर सोनिया गाँधी और उनके बेटे और कांग्रेस के वर्तमान महासचिव राहुल गाँधी ही बारीबारी से आसीन हो रहे थे। कांग्रेस पार्टी की परिवारवादी छवि को तोड़ने के रूप में गैर गाँधी अध्यक्ष के वर्तमान पद को देखा जा रहा है।