मध्यप्रदेश पुलिसकर्मियों के हित में छह साल बाद राज्यस्तरीय संयुक्त पुलिस परामर्शदात्री एवं कल्याण समिति की बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों के कल्याणकारी मुद्दों पर चर्चा करना और उनकी भलाई के लिए नई नीतियों पर विचार करना था। बैठक में स्पेशल डीजी अनिल कुमार ने कल्याण शाखा की विभिन्न मदों की बैलेंस शीट प्रस्तुत की और वर्तमान वित्तीय स्थिति की जानकारी दी।
मृत्यु उपरांत सहायता राशि में बड़ा इजाफा
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि परोपकार निधि से मृत्यु उपरांत दी जाने वाली राशि को बढ़ाकर 1 लाख से 5 लाख रुपए कर दिया गया है। इसके लिए समस्त रैंक के पुलिसकर्मियों से सालाना 1200 रुपए अतिरिक्त योगदान लिया जाएगा। यह कदम पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के आर्थिक सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
शिक्षा निधि में वृद्धि
बैठक में शिक्षा निधि के तहत दी जाने वाली सहायता राशि में भी 50 प्रतिशत तक वृद्धि की गई है। इसका उद्देश्य पुलिसकर्मियों के बच्चों की शिक्षा में सहयोग बढ़ाना और उनकी पढ़ाई में वित्तीय बाधाओं को कम करना है।
उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मान
डीजीपी कैलाश मकवाना ने बैठक में कहा कि पुलिस बल के मनोबल को बढ़ाने के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अनुकंपा नियुक्तियों में तेजी लाई गई है और पुलिसकर्मियों के छह बच्चों का सिविल सेवा में चयन होने पर विशेष हर्ष व्यक्त किया गया।
पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी और संवेदनशीलता की सलाह
बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों को संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने की सलाह दी गई। इसके साथ ही उनके कर्तव्यों के प्रति सजग रहने और जनता की सेवा में तत्पर रहने पर जोर दिया गया। इस बैठक में स्पेशल डीजी पंकज श्रीवास्तव, आदर्श कटियार, एडीजी ए साईं मनोहर, राजाबाबू सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।