इन्दौर(Indore News): इन्दौर शहर के थाना बाणगंगा पर दिनांक 12 जनवरी 2022 को फरियादी मंगेश पिता अनंतराव गावंडे नें थाने पर उपस्थित होकर सूचित किया कि वह गणेश धाम कालोनी में किराये के मकान में रहता है । तीन दिन पूर्व उसके परिचित कुलदीप दिगे अपनी पत्नि शारदा गुर्जर व पुत्र आकाश के साथ जिला अकोला महाराष्ट्र से इन्दौर में काम की तलाश में उसके पास आये थे, जो उसके साथ ही उसके कमरे पर रुके थे । शाम को साढ़े चार बजे करीबन जब वह काम से वापस कमरे पर आया तो उसे कमरे में शारदा गुर्जर व आकाश की खुन से सनी हुई लाशें मिली एवं शंका जाहिर की कि कुलदीप दिगे दोनों की हत्या कर मौके से फरार हो गया है ।
उक्त घटना के संबंध में थाना बाणगंगा पर अपराध क्रमांक 68/2022 धारा 302 भादवि के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । प्रकरण में दोहरे कत्ल का पर्दाफाश करने एवं आरोपी कुलदीप दिगे की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस आयुक्त महोदय इन्दौर महानगर हरिनारायण चारी मिश्र द्वारा निर्देशित किया गया । उक्त निर्देशो के पालन में पुलिस उपायुक्त महोदय इन्दौर(ज़ोन-03) धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया के साथ अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त महोदय
इन्दौर(ज़ोन-03) शशीकांत कनकने एवं सहायक पुलिस आयुक्त महोदय हीरानगर हरीश मोटवानी के द्वारा तत्काल घटना स्थल पहुंच कर मौका निरीक्षण किया गया एवं घटना के खुलासे व आऱोपी की गिरफ्तारी हेतु दिशा-निर्देश देकर थाना प्रभारी बाणगंगा निरीक्षक राजेन्द्र सोनी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया एवं पुलिस उपायुक्त महोदय के द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी हेतु ईनाम की उद्घोषणा जारी की गई ।
उक्त निर्देशों के आधार पर पुलिस टीम के द्वारा ज्येष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी बी.एल. मण्डलोई से घटना स्थल का वैज्ञानिक पद्धति से निरीक्षण कराया गया, घटना स्थल पर मिले साक्ष्य के आधार पर पाया कि मृतिका शारदा व मृतक आकाश का धारदार हथियार से गला काट गाया है एवं कमरे में मिली गैस की टंकी से दोनों के सिर पर मारकर भी चोंट पहुचांई गई है । मृतिका शारदा व मृतक आकाश के शव का परीक्षण अरविंदो अस्पताल से कराया गया, जिसमें दोनो की हत्या की जाने की पुष्टि हुई । घटना के मुख्य साक्षी मंगेश गावंडे से प्रकरण के संबंध में पूछताछ की गई ।
मंगेश गावंडे के द्वारा आरोपी कुलदीप दिगे व मृतिका शारदा व मृतक आकाश गुर्जर को ग्राम सिरसौली जिला अकोला महाराष्ट्र का होना बताया एवं मृतिका शारदा व आरोपी कुलदीप दिगे से कुछ दिन पूर्व ही उसके मोबाईल फोन पर संपर्क करना बताया । मंगेश गावंड़े एवं आरोपी कुलदीप दिगे के बिच घटना दिनांक को शाम चार बजे मोबाईल फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग्स को सुनने पर मराठी भाषा में हुई उक्त बातचीत को मराठी भाषी व्यक्ति से हिंदी मे अनुवाद करवाया गया
जिसमें मंगेश गावंडे एवं मृतिका शारदा के बिच अवैध संबंधों का खुलासा हुई, बातचीत में आऱोपी कुलदीप नें मंगेश से कहा कि “मेरा जीवन अच्छा चल रहा था तुने हमको इंदौर क्यो बुलाया”, शारदा तो शारदा को हरामी है ही लेकिन तुमने मेरे साथ गद्दारी की”, “तुम भी मरोगें और मैं भी मरुंगा आज ही”, “कमरे की चाबी संडास के बाजू में खांड में रखी है, दरवाजा खोलो, आपको उसके पास में नींद अच्छी आयेगी, तुम शारदा के पास ही रहना अब”।
साक्षी मंगेश गावंडे से उक्त कॉल रिकार्डिंग के आधार पूछताछ किये जाने पर मंगेश गावंडे के द्वारा बताया गया कि वह पिछले तीन सालों से शारदा को जानता है एवं कुलदीप के पहले शारदा मंगेश के साथ ही करीबन 06 माह तक रही थी और इसलिये मंगेश ने शारदा को अपने साथ मे रहने के लिये इन्दौर बुलवाया था । शारदा कुलदीप दिगे से पीछा छुड़ाना चाहती थी, लेकिन कुलदीप उसको नही छोड़ रहा था, इसी बात पर दोनों का झगड़ा भी होता था । आरोपी कुलदीप दिगे हत्या करने के बाद में मंगेश के नाम की सीम वाला मोबाईल लेकर गया है । उक्त आधार पर कुलदीप के मोबाईल की लोकेशन निकलवाई गई ।
आरोपी कुलदीप दिगे के मोबाईल नंबर को ट्रेस करने पर लोकेशन निंबोरा जिला जलगांव(महा.) की मिली । उक्त लोकेशन को गुगल मैप पर ट्रेस करने पर निंबोरा रेल्वे स्टेशन के पास होना पाया । मोबाईल लोकेशन के समय के आधार पर खंडवा व भुसावल स्टेशन के बीच ट्रेन सर्च करने पर निंबोरा रेल्वे स्टेशन के पास में कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन की लोकेशन मिली । साक्षी मंगेश के अनुसार आरोपी अपने घर जाने के लिये भुसावल रेल्वे स्टेशन पर उतरकर अकोला के लिये ट्रेन या बस का उपयोग करेगा ।
बाद में दुबारा आरोपी कुलदीप के मोबाईल की लोकेशन प्राप्त करने पर जिला अकोला जाने वाले रुट पर ग्राम मल्कापुर एवं ग्राम शेगांव जिला बुलढाना(महा.) की मिली, जिसके आधार पर पाया कि आरोपी कुलदीप भुसावल से अकोला बस के माध्यम से जा रहा है । आरोपी की मोबाईल लोकेशन के रुट के आधार पर वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति प्राप्त कर सहा. उप निरी. सर्वेश फुके, प्र.आर. शंभुदयाल शर्मा, आऱ. हीरामणि मिश्रा व आऱ. मालाराम सिकरवार की टीम तैयार कर तत्काल अकोला महाराष्ट्र के लिये रवाना की गई ।
पुलिस टीम के द्वारा लगातार मोबाईल लोकेशन के आधार पर 400 कि.मी. का दुर्गम सफर मात्र 08 घण्टे में तय किया एवं आरोपी कुलदीप दिगे के उसके निवास के पते ग्राम सिरसौली पहुचने के पहले ही ग्राम सिरसौली पहुचकर लोकेल पुलिस चौकी अडगांव थाना हिवरखेड की सहायता से आरोपी कुलदीप दिगे की धर-पकड़ हेतु जाल बिछाया । दिनांक 13.01.2022 को आरोपी कुलदीप दिगे जैसे ही अपने घर गांव सिरसौली पुहचां पुलिस टीम के द्वारा आऱोपी कुलदीप दिगे पिता विश्वनाथ दिगे उम्र 22 साल निवासी ग्राम लोनाग्रा थाना उरळ जिला अकोला महाराष्ट्र को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया ।
आऱोपी कुलदीप दिगे से घटना के संबंध में पूछताछ की गई जिसने बताया कि मृतिका शारदा गुर्जर के साथ में उसकी शादी 02 वर्ष पूर्व हुई थी । उसकी शादी के पूर्व में शारदा के चार पति रहे है । शारदा का पहला पति तानाजी लोकरे निवासी सिरसोली था जिससे कोई संतान नही थी । दूसरा पति मदन कारंडे निवासी अकोला से हुई जिससे पुत्र गणेश हुआ । तीसरा पति विजय गुर्जर निवासी ग्राम खामगांव था जिससे पुत्र आकाश(मृतक) हुआ था ।
चौथा पति मंगेश गावंडे था जिसके साथ में करीबन 06 माह रही थी उसके बाद में पांचवा पति कुलदीप दिगे(आरोपी) था जिसके साथ में उसकी शादी दो साल पूर्व हुई थी तब से ही शारदा और उसका पुत्र आकाश उसके साथ पिछले दो साल से रह रहे थे । मृतिका शारदा गुर्जर नें नये साल में 01 जनवरी से मंगेश गावंडे पुनः बातचित शुरु कर दी थी एवं कुछ दिन पूर्व शारदा गुर्जर नें काम की तलाश हेतु पूछा तो मंगेश गावंडे नें इंदौर आने के लिये कहा तब कुलदीप दिगे एवं शारदा गुर्जर व उनका 11 वर्षीय पुत्र आकाश इंदौर काम की तलाश में अकोला महाराष्ट्र से इंदौर आ गये । जो मंगेश गावंडे के साथ ही उसके कमरे पर गणेश धाम कालोनी में रुके हुए थे ।
मृतिका शारदा एवं मंगेश गावंडे की बिच बढ़ती नजदिकियों के कारण कुलदीप दिगे परेशान हो गया था एवं शारदा और मंगेश गावंडे के बिच पुनः अवैध संबंध स्थापित हो गये और शारदा आरोपी कुलदीप दिगे को छोड़ने की धमकी देने लगी थी । इसी के चलते कुलदीप दिगे नें दिनांक 12.01.2022 को सुबह करीबन 07 बजे मंगेश गावंडे के काम पर जाने के बाद में कमरे मे सो रहे शारदा व आकाश को पहले गैस टंकी से सिर में मारा फिर कमरे मे रखे सब्जी काटने के चाकु से दोनों का गला काट कर उनकी हत्या कर दी ।
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक राजेन्द्र सोनी एवं उनकी टीम उनि स्वराज डाबी, उनि योगेश गरासिया, उनि जगदीश मालवीय, उनि सुखलाल भंवर, सउनि सर्वेश फुके, सउनि मोहन कौशल, सउनि दिनेश त्रिपाठी, सउनि महेश चौहान, प्र.आर. 2903 शैलेन्द्र मीणा, प्र.आर. 2867 शंभुदयाल शर्मा, प्र.आर. 1691 राजीव यादव, आर. 3500 हीरामणि मिश्रा, आर. 3714 मालाराम सिकरवार आर. 1155 राजकुमार चौबे, आर. 3300 मुनेश बैस, आर. 158 जानेन्द्र बघेल, आर. 3308 बादल बैस की उल्लेखनीय भूमिका रही एवं सायबर सेल के आर. 3406 विकास बचानिया व आर. 2578 अमित मौर्य के द्वारा महत्वपूर्ण सहयोग किया गया ।