उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के समापन दिवस पर सांसदों ने विभिन्न विषयों को सदन में उठाया, जिन पर सत्तापक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को आड़े हाथ ले लिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तुष्टिकरण की नीति के चलते ही पाकिस्तान और बांग्लादेश का गठन हुआ। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में एक दलित हिंदू की पीट-पीटकर हत्या हुई, लेकिन गाजा पट्टी में होने वाली घटनाओं पर जिन लोगों ने आंसू बहाए, उनके मुंह से किसी दलित, किसान या महिला के प्रति संवेदना नहीं सुनाई, क्योंकि उनके लिए ये सभी केवल वोट बैंक हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर विभाजन न होता तो हिंदुओं पर यह अत्याचार नहीं होता। आगे उन्होंने चेतावनी दी कि जब अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों को निकाला जाएगा, तो वही लोग आंसू बहाएंगे, क्योंकि इनमें से कई उनके वोटबैंक में शामिल हैं।
सपा पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आपने पहले ही उत्तर प्रदेश को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि हर मामले को जातिगत दृष्टिकोण से न देखें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है और राह में कठिनाइयां आएंगी, लेकिन अगर आप सही दिशा में दो कदम बढ़ाएंगे तो हर सपना पूरा हो जाएगा। “तुम चलो तो सही… तुम चलो तो सही,” उन्होंने प्रेरक संदेश दिया।
योजनाओं में हो रही लूट को हमने रोका
मुख्यमंत्री योगी ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने योजनाओं में हो रही लूट को रोका। उन्होंने कहा कि सपा केवल इंफ्रास्ट्रक्चर के दावे करती रही, लेकिन उनके बड़े-बड़े प्रोजेक्ट अधूरे रह गए। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जेपीएनआईसी परियोजना पौने 200 करोड़ की थी, जबकि 860 करोड़ खर्च होने के बावजूद यह अधूरी रही। गोमती रिवर फ्रंट का 167 करोड़ का प्रोजेक्ट 1400 करोड़ खर्च होने के बाद भी पूरा नहीं हुआ। वहीं, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के सिविल वर्क के लिए 15,200 करोड़ रुपये निर्धारित थे, लेकिन हमने इसे केवल 11,400 करोड़ रुपये में पूरा कर दिखाया। यही सपा के समय की इंफ्रास्ट्रक्चर की वास्तविकता है।









