बुधादित्य राजयोग से इन 3 राशियों की चमकेगी किस्मत, तरक्की और प्रतिष्ठा के मिलेंगे अवसर

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By Swati BisenPublished On: September 15, 2025
Budhaditya Rajyog 2025

Budhaditya Rajyog : वैदिक ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों का राजा और बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। सूर्य आत्मा, पिता और प्रतिष्ठा के प्रतीक माने जाते हैं, वहीं बुध संचार, तर्कशक्ति, गणित, व्यापार और बुद्धि का कारक ग्रह है। जब ये दोनों ग्रह एक साथ किसी राशि में संयोग बनाते हैं, तो विशेष योग का निर्माण होता है जिसे बुधादित्य राजयोग कहा जाता है। यह योग जातकों के जीवन में धन, यश, प्रतिष्ठा और सफलता लाने वाला माना गया है।


15 सितंबर को बुध कन्या राशि में प्रवेश कर चुके हैं और 17 सितंबर को सूर्य भी इसी राशि में गोचर करेंगे। दोनों ग्रहों की युति से कन्या राशि में बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा। ज्योतिषीय दृष्टि से यह संयोग बेहद शुभ फल देने वाला है और विशेष रूप से तीन राशियों धनु, कन्या और मकर के लिए भाग्य का दरवाज़ा खोल सकता है।

इन राशियों को मिलेगा फायदा

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए यह समय उपलब्धियों से भरा हो सकता है। भाग्य का पूरा सहयोग मिलेगा और सामाजिक जीवन में मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति और करियर में प्रगति का अवसर मिलेगा, वहीं व्यापारी वर्ग को नए सौदों से अच्छा लाभ मिल सकता है। आय के नए स्रोत खुल सकते हैं और आर्थिक स्थिति पहले से अधिक मजबूत हो सकती है। जीवनसाथी का सहयोग भी मिलेगा जिससे व्यक्तिगत जीवन संतुलित रहेगा।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए यह योग अत्यंत शुभकारी सिद्ध होगा, क्योंकि यह संयोग उनकी ही राशि में बन रहा है। राजनीति से जुड़े लोगों को बड़ा लाभ मिल सकता है और समाज में प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा और नौकरीपेशा व्यक्तियों को वेतनवृद्धि व पदोन्नति की संभावना है। आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यापार में साझेदारी से लाभ होगा। इस समय भाग्य का पूरा साथ मिलने से जीवन में स्थिरता और सफलता का अनुभव होगा।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए भी यह योग भाग्योदय का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। कामकाज और कारोबार में तरक्की होगी, वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठे छात्रों को सफलता मिलने की संभावना है। नौकरीपेशा लोगों के लिए प्रमोशन और वेतन वृद्धि का योग बन रहा है। धार्मिक व सामाजिक कार्यों में शामिल होने का अवसर मिलेगा और छोटी या बड़ी यात्राएं भी संभव हैं जो लाभदायक साबित होंगी।

कब होता है Budhaditya Rajyog का निर्माण?

ज्योतिष के अनुसार, जब भी सूर्य और बुध एक ही भाव या राशि में एकत्रित होते हैं, तब बुधादित्य राजयोग का निर्माण होता है। यह योग जिस भाव में बनता है उसे सशक्त कर देता है और व्यक्ति को धन, सुख-सुविधा, वैभव और सम्मान प्रदान करता है। इस बार का बुधादित्य राजयोग खासतौर पर तीन राशियों के लिए सौभाग्यशाली है और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आ सकता है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।