पुरी में श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू, रथयात्रा के दौरान भगदड़ से तीन की मौत, गुंडिचा मंदिर के पास हुआ हादसा

पुरी में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान गुंडिचा मंदिर के पास मची भगदड़ में 3 श्रद्धालुओं की मौत और 6 घायल हो गए। हादसा रथ के दर्शन के दौरान भारी भीड़ के कारण हुआ, जबकि सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी पाई गई। इससे पहले शुक्रवार को भी 625 श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ने की घटना सामने आई थी।

Srashti Bisen
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पुरी में श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू, रथयात्रा के दौरान भगदड़ से तीन की मौत, गुंडिचा मंदिर के पास हुआ हादसा

उड़ीसा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान श्रद्धा का माहौल उस समय मातम में बदल गया जब रविवार तड़के एक भीषण भगदड़ की घटना में तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई और छह अन्य घायल हो गए। यह घटना सुबह करीब 4 बजे गुंडिचा मंदिर के पास घटी, जहां भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथ जैसे ही पहुंचा, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते अव्यवस्था फैल गई और भगदड़ मच गई।

भीड़ में मची भगदड़, तीन श्रद्धालुओं की मौत

दर्शन के लिए उमड़ी अत्यधिक भीड़ के कारण असंतुलन की स्थिति बन गई और अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें तीन श्रद्धालु अपनी जान गंवा बैठे। मृतकों की पहचान बसंती साहू (36), प्रेमकांति महांति (78) और प्रभाती दास के रूप में की गई है। सभी शवों को पुरी मेडिकल कॉलेज में रखा गया है। इसके अलावा छह अन्य श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जिस स्थान पर भगदड़ हुई, वहां पर्याप्त पुलिस बल या सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। इस आयोजन में हर साल लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं, ऐसे में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था पर प्रशासन की लापरवाही एक बड़ा सवाल बनकर सामने आई है। हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने और दर्शन करने के लिए आगे बढ़ रहे थे।

बलभद्र और सुभद्रा के रथ पहले ही पहुंच चुके थे

हादसे से पहले भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ श्रद्धालुओं की उपस्थिति में सुरक्षित श्रद्धाबली स्थल (गुंडिचा मंदिर) तक पहुंच चुके थे। बाद में भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथ भी मंदिर परिसर में पहुंचा, लेकिन इसी दौरान अफरा-तफरी मच गई।

शुक्रवार को भी बिगड़ी थी सैकड़ों श्रद्धालुओं की तबीयत

गौरतलब है कि रथयात्रा के पहले दिन, यानी शुक्रवार 27 जून को भी देवी सुभद्रा के रथ के पास अत्यधिक भीड़ के दबाव के चलते 625 श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ गई थी। प्रशासन के मुताबिक, इनमें से 70 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जबकि 9 की हालत गंभीर बताई गई थी। यह लगातार दूसरा हादसा है, जिसने रथयात्रा के दौरान सुरक्षा इंतजामों की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।