Ladli Behna Yojana : मध्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लाड़ली बहना योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1250 रुपए उनके खाते में भेजे जाते हैं। इसी बीच जून का महीना एक बार फिर से मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि लाड़ली बहना योजना की मासिक राशि अब 1500 रूपए कर दी गई है, जो दिवाली से लागू होगी। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि योजना की यह राशि हर साल बढ़ाई जाएगी और 2028 तक इसे 3000 रूपए प्रति महीने तक किया जाएगा।

ऐसे में लाडली बहनों को आगामी दिवाली से मिलने वाली राशि में 250 रुपए की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इससे पहले रक्षाबंधन पर भी उन्हें 1500 रूपए उपलब्ध कराए जाएंगे। हालांकि इस बड़ी घोषणा के बीच एक सवाल फिर से चर्चा में है कि योजना की राशि को तो बढ़ा दिया गया है लेकिन आखिर में रजिस्ट्रेशन कब से शुरू होंगे?
1500 रूपए प्रति महीने का लाभ मिलने की घोषणा
लाखों महिलाएं अभी योजना में शामिल होने की राह देख रही है। ऐसे में नए रजिस्ट्रेशन को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दे कि योजना की शुरुआत 2023 में हुई थी। जिसके बाद तत्कालीन शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा महिलाओं के खाते में हजार रुपए प्रति माह भेजे जाते थे। 27 अगस्त 2023 को रक्षाबंधन के उपलक्ष्य पर इस राशि में 250 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। जिसके बाद महिलाओं को अब वर्तमान में 1250 रुपए के खाते में भेजे जा रहे हैं।
अब दीपावली 2025 से लाभार्थियों को 1500 रूपए प्रति महीने का लाभ मिलने की घोषणा मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर वर्ष योजना की राशि में वृद्धि की जाएगी और 2028 तक इसे 3000 रूपए करने का लक्ष्य रखा गया है।
आखिर कब शुरू होंगे नए रजिस्ट्रेशन ?
योजना की शुरुआत में 21 से 60 वर्ष की उम्र की महिलाओं को ही इस योजना के लिए पात्र माना गया था। ऐसे में लाखों ऐसी महिलाएं हैं, जो उस समय उम्र की शर्त पूरी नहीं करने की वजह से अपात्र थी लेकिन अब उनकी पात्रता के बावजूद वह इस योजना का लाभ नहीं ले पा रही है। 20 अगस्त 2023 के बाद से एक भी नया रजिस्ट्रेशन नहीं खोला गया है। ऐसे में महिलाओं को 2 साल से नए रजिस्ट्रेशन का इंतजार है लेकिन सरकार की और तरफ से अब तक नए रजिस्ट्रेशन पर सस्पेंस बरकरार रखा गया है और कोई भी ठोस संकेत नहीं दिए गए हैं।
बता दे की लाड़ली बहना योजना की शुरुआत में 1.31 करोड़ महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जा रहा था। रजिस्ट्रेशन बंद होने और पात्रता की जांच के बाद संख्या घटकर 1.27 करोड़ रह गई है। यदि दीपावली से एक बार फिर से इस योजना की राशि को बढ़ाया जाता है तो सरकार पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा और हर महीने सरकार को 1861 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे जो पहले की तुलना में 310 करोड़ रुपए ज्यादा होंगे।