रीवा समेत मध्यप्रदेश में सड़कों के चौड़ीकरण और आधुनिक बायपास निर्माण का काम जोरों पर है। इसी कड़ी में रीवा शहर को एक नया आयाम मिलने जा रहा है, जहां 8 लेन का अत्याधुनिक बायपास बन रहा है। यह बायपास न सिर्फ यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बीच सीधा और बेहतर कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित करेगा।
राज्य के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा के सर्किट हाउस में इस मेगा प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सभी कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए। सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ रिंग रोड निर्माण की प्रगति पर भी नजर डाली गई। शुक्ल ने बिजली के खंभों, पाइपलाइनों और अन्य बाधाओं को शीघ्र शिफ्ट करने के निर्देश दिए, जिससे निर्माण में कोई विलंब न हो।

8 लेन के साथ दोनों ओर सर्विस रोड की सुविधा
निर्माणाधीन रीवा बायपास पूरी तरह से 8 लेन का होगा, जिसमें मुख्य फोरलेन रोड के दोनों ओर दो-दो लेन की सर्विस रोड भी बनाई जा रही है। इससे भारी और हल्के वाहनों के लिए अलग-अलग रास्ते उपलब्ध होंगे और ट्रैफिक की भीड़ से निजात मिलेगी। बीहर नदी और नहर पर बनने वाले ब्रिज का काम नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रेलवे ओवरब्रिज निर्माण में भी तेजी लाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
डिप्टी सीएम ने बेला से सिलपरा रिंग रोड को भी अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए इसके कार्यों को दिसंबर 2025 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। इस रिंग रोड का अधिकांश भाग पूरा हो चुका है, शेष बचे अंडरपास और पुलों के निर्माण को भी प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
रीवा-सीधी फोरलेन के लिए 430 करोड़ की स्वीकृति
बैठक में NHAI के प्रतिनिधियों ने बताया कि रीवा से मोहनिया टनल तक फोरलेन निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। साथ ही सरा से सीधी तक फोरलेन के लिए 430 करोड़ रुपये की मंजूरी मिल चुकी है। इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए वन विभाग की अनुमति का इंतजार है, जिसके मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
प्रयागराज और वाराणसी से रीवा का सीधा कनेक्शन
रीवा बायपास बनने के बाद सतना, चुरहट होते हुए प्रयागराज और वाराणसी जैसे धार्मिक शहरों तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहले ही रीवा-सीधी मार्ग को फोरलेन करने की मंजूरी दे चुके हैं। इसके साथ-साथ रीवा का 19 किलोमीटर लंबा पुराना बायपास भी अब फोरलेन में तब्दील किया जा रहा है।
स्थानीय विकास को मिलेगी रफ्तार
रीवा बायपास परियोजना न केवल एक बेहतर सड़क नेटवर्क तैयार करेगी बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी गति देगी। एमपी और यूपी के बीच बढ़ता यातायात अब और सुविधाजनक और सुरक्षित हो जाएगा। यही कारण है कि इस परियोजना को लेकर दोनों राज्यों में उत्साह है।