गौसेवा और पशुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश सरकार 20 जून 2025 को एक ऐतिहासिक आयोजन करने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निवास पर आयोजित इस प्रदेश स्तरीय गौशाला सम्मेलन में प्रदेशभर के गौपालकों और गौशाला संचालकों से सीधा संवाद किया जाएगा। इस सम्मेलन के माध्यम से सरकार प्रदेश में गौसेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूती से प्रस्तुत करेगी।
राज्य सरकार द्वारा अप्रैल और मई 2025 की अनुदान राशि के रूप में कुल 90 करोड़ रुपये गौशालाओं को अंतरित किए जाएंगे। पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने जानकारी दी कि गौवंश के लिए मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि को 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए प्रति दिन कर दिया गया है, जिससे गौशालाओं को संचालन में अधिक सुविधा मिलेगी।

उत्कृष्ट गौशालाओं और गौसेवकों का होगा सम्मान
सम्मेलन के दौरान ‘आचार्य विद्यासागर जीव दया गौसेवा सम्मान योजना’ के तहत प्रदेश की उत्कृष्ट गौशालाओं और संस्थाओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
- प्रथम पुरस्कार: 5 लाख रुपए
- द्वितीय पुरस्कार: 3 लाख रुपए
- तृतीय पुरस्कार: 2 लाख रुपए
- सांत्वना पुरस्कार: 50-50 हजार रुपए
इसके साथ ही व्यक्तिगत रूप से गौसेवा में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को भी 1 लाख, 50 हजार और 20 हजार रुपए के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इससे गौसेवा को समाज में और अधिक प्रतिष्ठा मिलेगी।
कामधेनु योजना के तहत स्वीकृति पत्र
राज्य सरकार पशुपालन के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ावा दे रही है। कामधेनु योजना के अंतर्गत 25 से 200 दुधारू पशुओं की डेयरी यूनिट्स को मंजूरी दी जा रही है। मुख्यमंत्री इस योजना के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र भी सौंपेंगे, जिससे प्रदेश में डेयरी व्यवसाय को नई गति मिलेगी।
नवीन गौशालाओं को पंजीयन और संसाधन
सम्मेलन में नवीन गौशालाओं को पंजीयन प्रमाण पत्र दिए जाएंगे और उन्हें संचालन के लिए ट्रैक्टर व ट्रॉली का वितरण भी किया जाएगा। इस अवसर पर ‘पशुपालन के क्षेत्र में मध्य प्रदेश की प्रगति’ विषय पर एक लघु फिल्म भी प्रस्तुत की जाएगी, जिससे आमजन को राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी मिल सके।