शहर के तेजी से बढ़ते विकास को देखते हुए भोपाल विकास प्राधिकरण (BDA) ने इस साल एक बड़ी अधोसंरचना परियोजना की शुरुआत करने जा रहा है। ये परियोजना बावड़िया रेलवे ओवरब्रिज से मिसरोद तक फैले इलाके में रेलवे लाइन के दोनों ओर नई बसाहट के लिए विकसित की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत नर्मदापुरम रोड की ओर विद्यानगर फेस-2 और फेस-3, और बावड़िया की ओर दानापानी से मिसरोद व बावड़ियाकलां गांव के चारों तरफ लगभग 62 हेक्टेयर भूमि पर काम किया जाएगा।

- विद्यानगर फेस-2: कुल 39.96 हेक्टेयर में फैली इस योजना पर 84.14 करोड़ रुपये की लागत से 701 प्लॉट विकसित किए जा रहे हैं।
- विद्यानगर फेस-3: यह 10.60 हेक्टेयर में फैली होगी, जिसमें 28.27 करोड़ रुपये की लागत से 34 आवासीय प्लॉट विकसित होंगे।
दानापानी से मिसरोद तक 51 हेक्टेयर में बड़े पैमाने पर विकास
बावड़िया की ओर दानापानी से लेकर मिसरोद और बावड़ियाकलां गांव के चारों ओर 51 हेक्टेयर भूमि में विकास कार्य प्रस्तावित है। इस क्षेत्र को पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा, जिसमें आधुनिक सड़कों, सीवरेज, ड्रेनेज और अन्य सिविल अधोसंरचना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
रेलवे लाइन के समानांतर 60-60 फीट चौड़ी सड़कें
इस योजना की सबसे खास बात यह है कि रेलवे लाइन के दोनों ओर 60-60 फीट चौड़ी सड़कों का निर्माण किया जाएगा, जो भविष्य में ट्रैफिक लोड को कम करने में अहम भूमिका निभाएंगी। यह सड़कें न केवल क्षेत्रीय जुड़ाव को बेहतर बनाएंगी, बल्कि लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ भी देंगी।
अशिमा मॉल से सेज अपोलो अस्पताल तक मिलेगा सुगम रास्ता
रेलवे ओवरब्रिज, जो अशिमा मॉल से होते हुए बावड़िया गांव को पार करता है और सेज अपोलो अस्पताल की ओर जाता है, इस पूरे विकास योजना का अहम हिस्सा होगा। यह ओवरब्रिज आने-जाने वाले लोगों के लिए सुगम और सुचारु रास्ता सुनिश्चित करेगा।
कुल 249 करोड़ रुपये होंगे खर्च
इस पूरे मेगा प्रोजेक्ट की सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर लागत लगभग 122.09 करोड़ रुपए आंकी गई है, जबकि अन्य आवश्यक कार्यों को मिलाकर यह राशि 249 करोड़ रुपए तक पहुंच रही है। बीडीए प्रशासक संजीव सिंह के अनुसार, योजना पर जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा और यह शहर के पूर्वी हिस्से में नई रफ्तार और दिशा देगा।
जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
बावड़ियाकलां गांव के आसपास रेलवे लाइन तक के क्षेत्र को इस योजना में शामिल कर लिया गया है। बीडीए के प्रशासक संजीव सिंह के अनुसार, इस पर जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा और लोगों को एक बेहतर और सुनियोजित रिहायशी क्षेत्र मुहैया कराया जाएगा।