आईआईएम इंदौर की अनुसंधान और शिक्षा में उत्कृष्टता पर कांफ्रेंस (Conference on Excellence in Research and Education / CERE/सैरी) कल, 18 जून, 2021 से ऑनलाइन मोड में शुरू होने जा रही है। महामारी के बाद ऑनलाइन मोड में आयोजित होने वाली यह आईआईएम इंदौर की पहली कांफ्रेंस है। ‘न्यू नॉर्मल’ के चलते हम सभी की जीवनशैली, व्यवसायों और प्रबंधन दर्शन में बदलाव आया है। इसी पर केंद्रित, इस तीन-दिवसीय सम्मेलन का विषय ‘मैनेजमेंट मेटामॉरफोसिस: लिविंग विथ दी पैनडेमिक’ यानि ‘प्रबंधन का रूपांतरण: महामारी का सामना’ है।
कांफ्रेंस के बारे में अपने विचार साझा करते हुए, आईआईएम इंदौर के निदेशक, प्रोफेसर हिमाँशु राय ने कहा, ‘इस वर्ष आईआईएम इंदौर अपने 25 वर्ष पूर्ण कर रहा है। हम प्रसन्न हैं कि इस बार हम सैरी 2021 कोविड के चलते ऑनलाइन मोड में आयोजित कर रहे हैं । यह पहली बार है जब महामारी के बाद संस्थान ऑनलाइन मोड में एक कांफ्रेंस आयोजित कर रहा है। महामारी ने हमारे जीवन के हर पहलू पर प्रभाव डाला है। हर स्थिति में प्रासंगिक बने रहने के हमारे मिशन के तहत, इस वर्ष कांफ्रेंस का विषय भी उन प्रबंधन प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित करेगा जो महामारी के बाद के युग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और हमें आने वाली चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करने में मदद करेंगी’।
कांफ्रेंस का उद्घाटन कल होगा। उद्घाटन समारोह का मुख्य आकर्षण कांफ्रेंस थीम पर ही पैनल डिस्कशन होगा । इसका संचालन आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमाँशु राय करेंगे। पैनलिस्ट में प्रोफेसर भरत भास्कर, निदेशक, आईआईएम रायपुर; प्रोफेसर पवन कुमार सिंह, निदेशक, आईआईएम तिरुचिरापल्ली; प्रोफेसर ऋषिकेश टी. कृष्णन, निदेशक, आईआईएम बैंगलोर और प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह, निदेशक, आईआईएम रांची शामिल हैं।
पहले दिन विभिन्न विषयों पर तीन विषयों पर कार्यशालाएं भी होंगी – विशेषज्ञों द्वारा उद्यमिता पर केस रिसर्च, प्रकाशन युक्तियाँ और प्रायोगिक अनुसंधान । अगले तीन दिनों में, महामारी से संबंधित विषयों पर पेपर प्रेजेंटेशन और अन्य सत्र भी होंगे, जो दुनिया भर के प्रतिभागियों को विशेषज्ञों से चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे। कांफ्रेंस का उद्देश्य महामारी से प्रबंधन दर्शन में आए बदलावों को समझना है। इसके साथ ही नए प्रबंधन प्रतिमानों पर अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है जो सभी हितधारकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं।