नई दिल्ली। आज रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में चीन की और से लद्दाख की गलवान घाटी में हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों की शहादत का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पहले भी भारत पर कई बाद अक्रांताओं के हमले हुए हैं लेकिन देश ऐसी चुनौती से हमेशा बाहर निकला है। इसी के साथ उन्होंने कई खास बाते कहीं जो कि इस तरह रही।
- लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है। भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, आंख में आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है।
- देश अब लॉकडाउन से आगे निकल चुका है। अब अनलाॅक का दोर शुरु हो चुका है
- अनलॉक के दौरान हमे पहले से ज्यादा सावधानी बरतनी है। इस बात को हमेशा याद रखिए कि अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं, दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं।
- अब दो बातों पर ज्यादा फोकस करना होगा, कोरोना को भगाना और अर्थव्यवस्था को सुधारना।
- आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है।
- आप सभी लोकल खरीदेंगे उसी से देश आत्मनिर्भर होगा।
- भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मजबूत किया है।
- कई लोग पत्र लिख कर लोकल से वोकल की ओर बढ़ने की बात कही है।
- अब डिफेंस सैक्टर में भी भारत आगे निकल रहा है , किसानो के लिए भी कई अच्छे फैसले लिए , सालों से माइनिंग सैक्टर लॉक था । अब स्पेस सैक्टर को भी आजादी मिली है।
- देशवासी लोगों की मदद के आगे आ रहे है ।
- प्रवासी मजदूरों की कहानियां प्रेरणा देने वाली है ।
- विश्व मे अब भारतीय मसालों की मांग बढ़ रही है । पूरी दुनिया का ध्यान अब इमुनिटी बढ़ाने पर है ।
- देश में कई पारंपरिक खेल है, देश में इंडोर खेल के लिए किसी तामझाम की जरूरत नहीं है । पारंपरिक खेलों से बचपन की यादे ताजा होती है ।
- बच्चों से आग्रह अपने बुजुर्गों का इंटरव्यू रेकॉर्ड करे । उनसे पूछे की वे बचपन मे क्या करते थे । इससे आपको 40 से 50 साल पुराने हिंदुस्तान की तस्वीरे दिखेगी ।
- देश के ज़्यादातर हिस्सों मे मानसून पहुँच गया है। इस बार मौसम विभाग ने अच्छी बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में कोरोना काल मे बीमारियों से बच के रहे। बारिश से प्रकृति खुद को जीवंत करती है । कर्नाटक के एक बुजुर्ग कमेगोड़ा ने 16 तलब बनाए ।
- गणेश उत्सव की तैयारियां शुरू हो रही है, इस बार इको फ्रेंडली गणेश मूर्ति लेने का संकल्प ले ।