किसानों ने आज नोएडा से हजारों की तादाद में दिल्ली की ओर कूच किया। पुलिस ने उनको इस दौरान दलित प्रेरणा स्थल पर रोक दिया। किसानों और प्रशासन के बीच समझौता हुआ और इसके बाद दलित प्रेरणा स्थल पर किसान धरना प्रदर्शन करने पर सहमत हो गए। जिले की सभी सड़कों से हटने और बातचीत के जरिए किसानों ने समाधान निकालने की बात कही है। बता दें की किसानों ने इससे पहले दिल्ली की ओर कूच किया था। हजारों किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में नोएडा से संसद की ओर मार्च निकालने एलान किया था।
प्रशासन को 7 दिन की मोहलत
बीकेयू के नेता चौधरी बीसी प्रधान ने कहा है की बातचीत के बाद ये फैसला लिया गया है की अपना प्रदर्शन अब किसान प्रेरणा स्थल के अंदर जारी रखेंगे। वे तब तक यहाँ प्रदर्शन करेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती। प्रशासन को किसानों द्वारा 7 दिन की मोहलत दी गई है, यदि इन 7 दिनों में भी उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे दिल्ली की तरफ़ कूंच करेंगे।
चिल्ला बॉर्डर पर भीषण ट्रैफिक, 5 किलोमीटर तक जाम
बता दें कि किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने तमाम जगहों पर बैरिकेडिंग की थी। किसानों को पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल पर रोक दिया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच काफ़ी नोंक – झोंक भी हुई। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले चिल्ला बाॅर्डर पर भी बैरिकेडिंग द्वारा रोक लगा दी थी।
वज्र वाहन और आरएएफ के जवान भी इस दौरान तैनात थे। ड्रोन से भी लगातार नज़र राखी जा रही थी। नोएडा एक्सप्रेस-वे के बंद होने और वाहनों की चेकिंग के वजह से वहां 5 किलोमीटर तक लम्बा जाम लगा हुआ था।
ये हैं किसानों की प्रमुख मांगें
- किसानों को 64 प्रतिशत की दर से मुआवजा प्रदान किया जाए।
- भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार के अवसरों के लाभ दिए जाएं।
- नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत बाजार दर का चार गुना मुआवजा प्रदान किया जाए।
- जमीन अधिग्रहण के बदले 10 प्रतिशत प्लॉट दिए जाएं।