दिल्ली में आज विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान हो रहा है। राजधानी की 70 सीटों पर सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान आधिकारिक तौर पर शाम 6 बजे समाप्त हो गया। चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए ताजे आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 57.89% मतदान हुआ। पूर्वोत्तर दिल्ली में सबसे ज्यादा 63.83% वोट डाले गए, जबकि नई दिल्ली में सबसे कम 53.77% मतदान हुआ। सीटवार आंकड़ों की बात करें तो मुस्तफाबाद में सबसे ज्यादा 66.68% वोटिंग हुई है, जबकि करोल बाग में सबसे कम 47.40% मतदान दर्ज किया गया है।
इस बार 1.56 करोड़ मतदाता वोट डालने के योग्य हैं। पिछले पांच वर्षों में दिल्ली में 8.16 लाख नए मतदाता जुड़े हैं। पिछली बार के चुनाव में राजधानी में 62.55% मतदाताओं ने मतदान किया था। महिला मतदाताओं की बात करें तो 2020 के चुनाव में वे पुरुषों से आगे रहीं, जहां 62.59% महिलाओं ने वोट डाला, जबकि पुरुषों में यह आंकड़ा 62.51% था।
दिल्ली विधानसभा चुनावों की बात करें तो अब तक के चुनावी इतिहास में 2015 में सबसे ज्यादा 67.12% मतदान हुआ था। वहीं, 1998 के विधानसभा चुनाव में सबसे कम 48.99% वोट पड़े थे। 2015 के मुकाबले 2020 में मतदान प्रतिशत में लगभग पांच फीसदी की गिरावट आई थी। 1998, 2003 और 2008 के चुनावों को छोड़कर हर बार मतदान का प्रतिशत 60% से अधिक रहा है।
दिल्ली में 13,033 केंद्रों पर वोटिंग, जानें पूरी जानकारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई सरकार का चयन करने के लिए 1,56,14,000 मतदाता पात्र हैं, जिनमें 83,76,173 पुरुष और 72,36,560 महिलाएं शामिल हैं। अन्य मतदाताओं की संख्या 1,267 है। ये सभी मतदाता राजधानी के 70 विधायकों का चुनाव करने के लिए विभिन्न मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे। इस बार कुल 13,033 मतदान केंद्रों पर वोटिंग की व्यवस्था की गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 699 उम्मीदवारों में 96 महिलाएं शामिल
मतदान समाप्त होते ही 699 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी, जिनमें 96 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 23 उम्मीदवार नई दिल्ली विधानसभा सीट पर हैं, जो इस चुनाव की सबसे आकर्षक सीट बनी हुई है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। वहीं, कस्तूरबा नगर और पटेल नगर सीटों पर सबसे कम उम्मीदवार हैं, जहां दोनों सीटों पर 5-5 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।