संपत्ति के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रदेश के सभी जिलों में सुविधा शुरू हो गई है। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आयोजित कार्यक्रम में सिंगल क्लिक के माध्यम से रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट की नई तकनीक पर विकसित सॉफ्टवेयर संपदा 2.0 का शुभारंभ किया।
इस नई व्यवस्था के अमल में आने से संपत्ति को लेकर किसी तरह के फर्जीवाड़े का संदेह भी नहीं रह जाएगा। हर एक संपत्ति की जीआईएस मैपिंग इसके लिए की गई है। आधार नंबर दर्ज करते ही पता चल जाएगा कि संपत्ति का असली मालिक कौन है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मौके पर आज मध्यप्रदेश ने ‘संपदा 2.0’ पोर्टल का शुभारंभ कर जमीन की रजिस्ट्री प्रोसेस को सहज और सुगम बनाने की दिशा में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। यह पोर्टल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘ईज ऑफ लिविंग’ की लक्ष्य सिद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
प्रदेश के किसी भी जिले में अब संपत्ति रजिस्ट्रेशन के प्रोसेस के डिजिटलीकरण से कहीं से भी ई-रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि यह सुविधा प्रदेशवासियों के जीवन को आसान बनाने की हमारी सरकार की संकल्प पूर्ति में मील का पत्थर सिद्ध होगी।