भारत-जापान की इस डील से कांप उठेगा चीन, हिंद महासागर में उसकी सारी चालाकी होंगी फेल

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जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा दिल्ली पहुंच गए हैं और आज भारत-जापान ‘2+2’ वार्ता की मेज़बानी करेंगे। इस बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की जाएगी। भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने जापानी समकक्षों किहारा माइनोरू और योको कामिकावा के साथ बातचीत करेंगे।

भारत और जापान के बीच संभावित बड़ी रक्षा डील

चीन की बढ़ती मौजूदगी और हिंद महासागर में उसके विस्तार को देखते हुए, भारत और जापान के बीच एक महत्वपूर्ण रक्षा डील की संभावना जताई जा रही है। इस डील के तहत, भारत जापान से अपने नौसेना के लिए एंटेना खरीद सकता है। यह एंटेना मिसाइलों और ड्रोन की गतिविधियों को तुरंत पहचानने में सक्षम है, जिससे हिंद महासागर में चीन की रणनीति को विफल किया जा सकेगा।

2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा

भारत और जापान के विदेश और रक्षा मंत्रालयों की भागीदारी के साथ दिल्ली में हो रही ‘2+2’ वार्ता में दोनों देशों के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जापानी रक्षा मंत्री किहारा माइनोरू द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के लिए चर्चा करेंगे। इसके अतिरिक्त, वे आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।

पिछली 2+2 वार्ता और वर्तमान वैश्विक परिदृश्य

2022 में जापान में आयोजित ‘2+2’ वार्ता के बाद, इस तीसरे संस्करण के दौरान, दोनों देशों के नेताओं के बीच उच्चस्तरीय वार्ता हो रही है। यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के विस्तार के कारण अस्थिरता बढ़ रही है।

भारत-जापान रक्षा साझेदारी की अहमियत

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान वैश्विक माहौल में स्वतंत्र, खुले, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए भारत-जापान रक्षा साझेदारी महत्वपूर्ण है। अधिकारियों का कहना है कि यह साझेदारी लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्यों पर आधारित है और दिल्ली-टोक्यो के बीच एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभरी है।