भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हाल ही में मुंबई दौरे पर गए थे इस दौरान उन्होंने कई इन्वेस्टर्स को प्रदेश में इन्वेस्टमेंट के लिए न्यौता दिया था। वहीं आज प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में निवेश बढ़ाने को लेकर जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2025 निवेश वर्ष के नाते प्रदेश के अंदर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंटकी दृष्टि से बड़ा प्लान किया है।
सरकार के गठन के समय हमने कहा था कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और प्रदेश के बाहर के रोड शो समानांतर चलेंगे। पहले आर्थिक रूप से संपन्न नगर इंदौर है। अभी तक इंदौर में ही समिट आयोजित हुई हैं, इस क्रम को बदलते हुए हमने प्रयास किया है कि प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रीय स्तर पर 6 अंचलों में समिट का आयोजित हों।
सीएम डॉ मोहन यादव ने आगे कहा कि जबलपुर में 20 जुलाई को होने वाले “रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव” के लिए बीते दिनों हमने मुंबई में विभिन्न उद्योगपतियों और उनके प्रतिनिधियों से मुलाकात कर संवाद किया है। प्रदेश में निवेश के लिए रीजनल लेवल पर अब जबलपुर में 20 जुलाई को समिट होगा। अगले महीने अगस्त में ग्वालियर में समिट होगी। इसके बाद दमोह में यह आयोजित होगी।
सीएम डॉ मोहन यादव ने आगे कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए अनिल अंबानी खुद आगे आए हैं। बांधवगढ़, उमरिया में इच्छुक हैं। यहां अच्छा वातावरण बना है। 35 प्रस्ताव आ चुके हैं। रोजगार को लेकर बात हुई है। जबलपुर में इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव होने जा रही है। इसमे केवल जबलपुर नहीं, सभी क्षेत्र तक विस्तार करेंगे। निवेशकों से बात कर रहे हैं। स्टॉर्ट अप के लिए नया कॉन्क्लेव करेंगे।
सीएम डॉ मोहन यादव ने आगे कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए अनिल अंबानी खुद आगे आए हैं। बांधवगढ़, उमरिया में इच्छुक हैं। यहां अच्छा वातावरण बना है। 35 प्रस्ताव आ चुके हैं। रोजगार को लेकर बात हुई है। जबलपुर में इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव होने जा रही है। इसमे केवल जबलपुर नहीं, सभी क्षेत्र तक विस्तार करेंगे। निवेशकों से बात कर रहे हैं। स्टॉर्ट अप के लिए नया कॉन्क्लेव करेंगे।
आगामी 20 जुलाई को “रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव” जबलपुर में आयोजित होने वाली है। इसके बाद ग्वालियर, दमोह-सागर, रीवा में भी आयोजन होंगे। इसके प्रस्ताव अभी से हमारे पास आने लगे हैं। 35 से ज्यादा कंपनी के निवेशकों और प्रतिनिधियों से चर्चा हुई है, जिसमें निवेश के अनेक प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
विभिन्न विदेशी निवेशक भी मध्यप्रदेश में संभावनाएं तलाश रहे हैं। हमने ताइवान, मलेशिया आदि के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक कर उन्हें प्रदेश में निवेश की संभावनाओं से अवगत कराने के साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया है। हमने प्रयास किया है कि निवेशक, अपनी दूरगामी दृष्टि से मध्यप्रदेश में इन्वेस्ट करें।रोजगारपरक इंडस्ट्री के बारे में हमने बात की है। इंडस्ट्रीज ज्यादा से ज्यादा रोजगार लेकर आएं।
मध्यप्रदेश में देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क, विक्रम उद्योगपुरी, उज्जैन में स्थापित होने जा रहा है। इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास के अंतर्गत अनेक प्रचलित व प्रस्तावित परियोजनाओं पर कार्य जारी है। इसके माध्यम से बाकी गतिविधियों के साथ ही आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी, रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।.