युगपुरुष धाम आश्रम में 6 नहीं 12 बच्चों की मौत, भेड़-बकरी की तरह कब्र में गाढ़े शव

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Indore News : युग पुरुष अनाथ आश्रम की संचालिका अनिता शर्मा एंव सचिव तुलसी शादीजा ने देश के सबसे वीभत्स और भयानक निठारी कांड की याद ताज़ा कर दी हैं।
म.प्र. कांग्रेस कमेटी महासचिव राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाया की इंदौर स्थित पंचकुइया श्मशान घाट में 6 बच्चों की जगह 8 बच्चों की कब्र खुदवाकर संचालिका अनिता शर्मा ने गाढ़ा हैं।

इसकी सूचना न प्रशासन को दी गई न ही महिला बाल विकास अधिकारी को दी गई। इस वीभत्स निठारी कांड की तरह पिछले लगभग 20 से 25 दिनों में बच्चे मरते गये। मृत बच्चों को ऑटो में रखकर कब्र खुदवाकर संचालिका अनिता शर्मा एंव सचिव तुलसी शादीजा गाढ़ते रहें। किसी को कानों कान खबर नहीं हुई लेकिन अब काले कारनामों के राज से पर्दा उठाने लगा हैं। सारे घटनाक्रम में ड्रग ट्रायल की प्रबल संभावना हैं।

उल्लेखनीय हैं की 6 बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद भी राजनैतिक दबाव की वजह से आज तक एफ़आइआर दर्ज नहीं की गई हैं।सारा मामला परमानंद गिरी महाराज राम जन्म भूमि मंदिर के ट्रस्टी से जुड़ा हुआ हैं। प्रशासन बेहद दबाव में हैं।पंचकुइया श्मशान में कब्र खोदने वाले गुलाब ने बड़ा खुलासा किया हैं की 6 बच्चों के पहले एक दो बच्चों की भी कब्र खुदवाकर दफ़नाया हैं। जिसे रिकॉर्ड में अज्ञात दर्शाया गया हैं।

इस खुलासे के बाद मामला बेहद गंभीर और संवेदनशील हो गया हैं।इसके पश्चात जब ट्रस्ट में कार्यरत कर्मचारियों से जानकारी हासिल की गई तो चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ हैं की कुल 8 बच्चों की मृत्यु नहीं हुई हैं बल्कि 12 बच्चों की मृत्यु हुई हैं।
पता यह भी चला है कि 8 बच्चों को पंचकुइया श्मशान घाट में गाढ़ा गया हैं।वहीं पंचकुइया श्मशान घाट के पास में लगे हुए क़ब्रिस्तान में चार बच्चों को चोरी से दफ़नाया गया हैं।

इस क़ब्रिस्तान का चौकीदार इस्माइल की भूमिका भी संदिग्ध हैं। यह बेहद पीड़ादायक जानकारी हैं। पंचकुइया श्मशान एंव क़ब्रिस्तान में 12 बच्चों को दफनाने की जानकारी सामने आई है वह संस्था के अस्पताल में ओपीडी में मरीज़ों की पर्ची बनाने का काम करने वाली हिना शर्मा द्वारा दी अनेक लोगों को दी गई है हिना के साथ एक अन्य महिला जो उसकी भाभी बताई गई हैं।इस आया शर्मा आंटी द्वारा अनेक लोगों को मोहल्ले में कुल 12 बच्चों की मौत की जानकारी सार्वजनिक की गई है यह दोनों हुकुमचंद कालोनी स्थित माता जी मंदिर के पास रहती हैं।

इन दोनों ने मोहल्ले के अनेक लोगों को इस घटनाक्रम से अवगत कराया हैं।आश्रम की संचालिका ने अभी दोनों को आश्रम आने से मना करके अंडर ग्राउंड कर दिया हैं।
इस आरोप और जानकारी के संदर्भ में माननीय मुख्यमंत्री एंव जिला प्रशासन से निम्नलिखित माँगे की गई हैंः-

(1) ट्रस्ट की संचालिका अनिता शर्मा एंव सचिव तुलसी शादीजा का नार्को टेस्ट कराया जायें।

(2) ट्रस्ट के हॉस्पिटल में कार्यरत आया शर्मा आंटी एंव हिना शर्मा (आपस में ननद भौजाई हैं) का नार्को टेस्ट कराकर सत्यता का पता लगाया जाये।

(3) पंचकुइया श्मशान घाट के पास लगे क़ब्रिस्तान की जॉंच करायी जाये एंव सत्यता का पता करने के लिए क्रबिस्तान के चौकीदार इस्माइल एंव इसके भाई का नार्को टेस्ट कराया जाये।

(4) संचालिका अनिता शर्मा एंव सचिव तुलसी शादीजा दावा कर रहे हैं दो बच्चों को उनके परिवार वालों को सौंप दिया था लेकिन श्मशान का चौकीदार बता रहा हैं की अनिता शर्मा ने ही ऑटो में लाकर बच्चों को गढवाया था।इसका साफ़ मतलब हैं की मामला गंभीर और ड्रग ट्रायल का हो सकता हैं।जबकि बच्चों के परिजन इंदौर से बहुत दूर रहते हैं।अगर बच्चे उनको सौंपें जाते तो अंतिम संस्कार अपने गाँव में करते।लेकिन बच्चों को पंचकुइया में गाढ़ा गया हैं।

(5) बच्चों को अज्ञात बताकर पैसा देकर गाढ़ा और दफ़नाया गया हैं।इस आरोप की जॉंच हेतु अनिता शर्मा,तुलसी शादीजा,गुलाब एंव इस्माइल का नार्को टेस्ट कराया जाये ।

(6)आश्रम एंव हॉस्पिटल के सीसीटीवी फ़ुटेज जप्त किये जाये।श्मशान एंव क़ब्रिस्तान का रिकॉर्ड एंव आस पास के सीसीटीवी फ़ुटेज जप्त किये जाये।

(7) सारे बच्चों की लाश ले जाने में एक ही ऑटो का उपयोग किया गया हैं।ऑटो वाले को गिरफ़्तार करके जानकारी हासिल की जाये।

(8) आश्रम संचालिका अनिता शर्मा एंव सचिव तुलसी शादीजा एंव पंचकुइया श्मशान में गुलाब एव इसका भाई सुरजीतजी एंव क़ब्रिस्तान में चौकीदार इस्माइल के मोबाइल कॉल डिटेल निकालकर जॉंच की जाये।पिछले दो तीन माह में अज्ञातों रूप में गाढ़े और दफ़नाए गये बच्चों की क़ब्रों से लाश निकालकर पोस्टमार्टम कराया जाये।जिससे यह स्पष्ट पता चल सके की बच्चों की मौत की वजह क्या हैं एंव कुल कितने बच्चों की मौत हुई हैं।

(9) ऐसी प्रबल संभावना हैं की सारी मौतें अवैध ड्रग ट्रायल का नतीजा हैं।इंदौर के डॉक्टरों ने बच्चों के पोस्टमार्टम में अलग अलग कारण बताये हैं।कभी कार्डियो अरेस्ट,कुपोषण से डायरिया,फिट्स आने से, हैज़ा होने से मृत्यु के कारण बतायें हैं।इसका साफ़ मतलब हैं की सत्यता को छिपाने की कोशिश की जा रही हैं।ऐसी गंभीर ग़ैर ज़िम्मेदाराना परिस्थितियों में समस्त बच्चों की लाशों को निकालकर एम्स के डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराना चाहिए।

(10) निठारी कांड से ज़्यादा गंभीर अनाथ आश्रम कांड में निष्पक्ष जॉंच के लिए वर्तमान न्यायाधीश के अंतर्गत जॉंच कमेटी बनाकर जॉंच करायी जाना चाहिए।

उपरोक्त बिंदुओं के आधार पर मुख्यमंत्री सहित ज़िला कलेक्टर एंव पुलिस कमिश्नर को जॉंच हेतु शिकायत की गई हैं।