Iran Helicopter Crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। उनकी असामयिक मौत को लेकर तरह-तरह के तर्क दिए जा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि रायसी की मौत एक बड़ी इजरायली साजिश का हिस्सा है। कुछ लोग कह रहे हैं कि उनकी मौत के पीछे ईरान के शासकों का हाथ है। रायसी के हेलीकॉप्टर से हुए हादसे को लेकर ईरान के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ की एक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर उसी रास्ते पर चल रहा था, जो शुरू से तय था। मार्ग से विचलित नहीं हुआ फिर भी दुर्घटना हुई, यह संदेह का विषय है।
रिपोर्ट में क्या कहा गया?
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हेलीकॉप्टर का पायलट दूसरे हेलीकॉप्टर के पायलट के संपर्क में था। प्रारंभिक जांच में इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि रायसी के हेलीकॉप्टर को मार गिराया गया था। समिति ने कहा है कि ईरानी ड्रोन ने ही हेलीकॉप्टर की लोकेशन का पता लगाया था। घने कोहरे और खराब मौसम के कारण सोमवार सुबह पांच बजे तक सर्च ऑपरेशन चला। हेलीकाप्टर एक पहाड़ी से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। तभी उसमें आग लग गई। इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि हादसा किसी साजिश का हिस्सा था। एक प्रारंभिक रिपोर्ट अब प्रस्तुत की गई है। यह भी कहा जा रहा है कि कमेटी को अंतिम रिपोर्ट देने में थोड़ा वक्त लगेगा।
‘तीन दिन में सौंपी पहली रिपोर्ट’
आईएसएनए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को राष्ट्रपति और अन्य की मौत के बाद ईरानी चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी ने तुरंत जांच के आदेश दिए। रायसी के हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच के लिए एक उच्च रैंकिंग समिति का गठन किया गया था। 3 दिन में इस कमेटी ने अपनी पहली रिपोर्ट सौंप दी।
‘दुनिया का नक्शा बदलने की दी धमकी’
रायसी की मौत के बाद ईरानियों और उनके समर्थक समूहों ने धमकी दी कि अगर इसमें कोई साजिश हुई तो वे दुनिया का नक्शा बदल देंगे। इजराइल ने कहा था कि इस त्रासदी से हमारा कोई लेना-देना नहीं है।