काशी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका पर सुनावई करते हुए व्यास जी तहखाने में पूजा करने का अधिकार दे दिया है। इस फैसले से हिंदू पक्ष की बड़ी जीत बताई जा रही है । हाल में ही एएसआई की सर्वे रिपोर्ट सर्वाजनिक किया गया था।
बता दें ज्ञानवापी का विवाद 355 वर्षों से चल रहा है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी मंदिर को 1669 में ध्वस्त किया गयाए फिर मंदिर के पिलर और ढांचे पर मस्जिद बनाई गई। ज्ञानवापी को लेकर पहला मुकदमा 1991 में लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ मामले में दाखिल हुआ था। हालांकि एएसआई से सर्वे का आदेश और सर्वे रिपोर्ट पक्षकारों को देने का आदेश मां शृंगार गौरी केस में आया है। सर्वे हुआ और रिपोर्ट अदालत में दाखिल की गई। अदालत ने सर्वे रिपोर्ट पक्षकारों को देने का आदेश दिया। 25 जनवरी 2024 को पक्षकारों ने सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी।
गौरतलब है कि एएसआइ की सर्वे रिपोर्ट से अयोध्या में राम मंदिर की तरह ही काशी के ज्ञानवापी का पुराना विवाद खत्म हो सकता है। यह विवाद 1669 से चल रहा है। एएसआई सर्वे से ही अयोध्या में श्री रामजन्म भूमि से संबंधित 500 वर्षों का विवाद खत्म हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट को आधार बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का आदेश पारित किया था। एएसआई ने जिस तरह से राम जन्मभूमि का सर्वे किया थाए उसी तरह ज्ञानवापी का किया है।