पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने उच्च माध्यक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सह विषयों को मान्य करने का आग्रह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से किया है. उन्होंने कहा कि सह विषयों को अमान्य करने से वर्ग-1 के शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में अनेक युवक-युवतियां अपात्र घोषित किये जा रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में कहा है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 2018 में वर्ग – 1 के शिक्षकों के लिए जीव विज्ञान के सह विषयों जैसे माइक्रोबायलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी आदि विषयों से स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया में अयोग्य माना जा रहा है। जिससे वे लोग अपात्र हो गये है.
नाथ ने कहा कि वर्ष 2005 में संविदा शाला शिक्षक श्रेणी 1 के चयन प्रक्रिया में स्नातकोत्तर उपाधि के मूल विषयों के समकक्ष सह-विषयों को मान्य करने के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी परिपत्र में गणित, रसायन शास्त्र एवं जन्तु विज्ञान में सह विषयों को मान्य करने के निर्देश दिये गये थे। जबकि उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 2018 में वर्ग 1 के शिक्षकों के लिए सह विषयों को अमान्य किया जा रहा है.
नाथ ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में सह विषयों को सम्मिलित न करने के संबंध में लागू किये गये प्रावधानों से आधुनिक अध्ययन प्राप्त अभ्यर्थी अपात्र हो रहे है. जबकि सह विषय मूल विषय के ही नवीन विशेषीकृत एवं समयानुकूल विषय है. जिसमें आधारभूत अध्ययन मूल विषय के समान ही होता है.
इन तीन सह-विषयों को मूल विषय के समकक्ष ही मान्य किया जाना चाहिए।
नाथ ने मुख्यमंत्री से कहा कि इस गंभीर विषय को अविलंब संज्ञान में लेते हुए, सह विषयों को मान्य करने का निर्णय शासन स्तर पर लिया जाये। ताकि प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो सके.
नरेन्द्र सलूजा
मीडिया समन्वयक