MP Weather Update Today: कुछ दिनों से प्रदेश में सर्दी का सिलसिला दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसके चलते उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रहे हिमपात और वर्षा के चलते वहां से सर्द हवाएं प्रदेश में दस्तक दे रही हैं। यही वजह है कि प्रदेश के ज्यादातर जिलों में सर्दी से लोग कंपकंपाने लगे है। वहीं राजधानी भोपाल में भी टेंपरेचर काफी ज्यादा लुढ़क रहा है, लेकिन अभी तक यहां पर टेंपरेचर 12 डिग्री सेल्सियस के पार नहीं पहुंच पाया है। जहां घना कोहरा छाए रहने के चलते कई जिलों की दिखने में भी गिरावट आई है। वहीं शनिवार को प्रदेश के चार जिलों में पारा 11 डिग्री सेल्सियस के लगभग पहुंच गया। ग्वालियर और गुना जिला सर्वाधिक सर्द जिले बने रहे।
यहां दोनों ही जिलों में कम से कम पारा 11.4 डिग्री सेल्सियस नोट किया गया। आपको बता दें कि एक दिन पूर्व शुक्रवार को ग्वालियर में पारा 11.2 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया था। जहां पर केवल चार जिलों का टेंपरेचर ही 15 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। अधिक से अधिक पारे में भी कमी बनी हुई है। अधिकतर जिलों का टेंपरेचर 30 डिग्री सेल्सियस से लुढ़क गया है।
मौसम स्पेशलिस्ट ने मीडिया रिपोर्ट्स को अपने अनुमान में बताया हैं कि इस माह के अंत में कम से कम टेंपरेचर में और भी अधिक कमी आ सकती है। जिधर प्रमुख जिलों के अल्प टेंपरेचर के विषय में बात करें तो प्रदेश में सर्वाधिक कम पारा ग्वालियर और गुना में 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में 11.2, राजगढ़ में 11.6 , रायसेन में 13.6, दतिया में 12, धार में 13.6, खंडवा में 13.4, खरगोन में 13, छिंदवाड़ा में 12.6, नोगांव में 12.7 डिग्री सेल्सियस कम से कम पारा रिकॉर्ड हुआ।
दरअसल राजधानी भोपाल में 15.1, इंदौर में 15.6 और जबलपुर में 13.5 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर रिकॉर्ड हुआ। प्रमुख शहरों के अधिक से अधिक टेंपरेचर को देखें तो भोपाल में 31.1, ग्वालियर में 28.2, इंदौर में 29.5, जबलपुर में 30.1, नरसिंहपुर में 29.4, मलाजखंड में 27.5, शिवपुरी में 27.2, डिग्री सेल्सियस अधिक से अधिक टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया हैं।
मौसम धुरंधरों ने अंदेशा जताया है कि बंगाल की खाड़ी में निर्माणित तूफान और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते प्रदेश के वातावरण में आगामी दिनों में बड़ा परिवर्तन आ सकता है। कुछ एक जगहों में मामूली रिमझिम बारिश होने के भी संकेत जताए गए हैं। मध्य प्रदेश में 26 नवंबर से मामूली वर्षा प्रारंभ हो सकती है। इसके पश्चात मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।