MP Weather Update Today : प्रदेश के वातावरण में काफी दिनों से बहुत सारे एक के बाद एक बदलाव दिखाई दे रहे हैं। इधर पारे में कमी के साथ प्रदेश के कई जिलों में सर्दी का तांडव भी प्रचंड होता जा रहा हैं। यहां मौजूदा समय में उत्तर भारत के इलाके में प्रभावशील वेदर सिस्टम एक्टिव नहीं है, लेकिन उत्तर से आ रही कड़ाके की ठंड और सर्द हवाओं के साथ सुबह और रात्रि के पारे में भारी कमी आ रही है और मामूली शीतलता का अनुभव हो रहा है। फिलहाल दो से तीन दिनों तक मौसम इस प्रकार ही बना रह रहने के आसार जताए गए है। लेकिन वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के आसार से अगले 2-3 दिनों भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, सागर छतरपुर, टीकमगढ़ में वातावरण में परिवर्तन आने की आशंका जताई गई है।
आज से पारे में आएगी भयंकर कमी
MP मौसम कार्यालय के अनुसार, आज शनिवार को ग्वालियर-चम्बल संभाग समेत रीवा और बुंदेलखंड में पारे में व्यापकता के साथ मंदी आएगी और 20 नवम्बर के पश्चात मालवा निमाड़ में भी सर्द हवाएं चलने का पूर्वानुमान जारी कर दिया गया है। अगले माह 5 दिसम्बर के बाद प्रदेश में शीतकालीन हवाएं चलने के प्रबल आसार बन सकते है। अगले दो से तीन दिनों में सर्द हवाओं के मिजाज बदलने से प्रदेश में उत्तरी हवाए 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेंगी और पारे के लुढ़कने के साथ ही सर्दी में वृद्धि होगी। जहां आगामी दिनों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है।
यहां होगी तूफानी बारिश
MP मौसम कार्यालय के अनुरूप, 19 नवंबर को बंगाल की खाड़ी में एक नई मौसम प्रणाली एक्टिव होने वाली है, जिससे मौसम में काफी हद तक दवाब बढ़ेगा, जिससे कई जिलों में वर्षा के संकेत जताए गए है। आगामी कुछ दिनों में प्रदेश की ग्वालियर और चंबल संभाग के कुछ जिलों के साथ ही टीकमगढ़, पन्ना, छतरपुर, सागर, रायसेन, विदिशा समेत कुछ और जिलों में बूंदाबांदी भी हो सकती हैं। 18 नवंबर से लेकर 22 नवंबर तक प्रदेश के ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, रीवा, सतना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, रायसेन जिले के कुछ एक जगहों पर मामूली से भारी वर्षा के साथ कुछ स्थलों पर रिमझिम बौछारें पड़ने की आशंका जताई गई है।
अगले सप्ताह से पड़ेगी कड़ाके की सर्दी
यहां यदि MP वेदर डिपार्टमेंट के फलस्वरूप, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव से जबलपुर समेत संभाग के जिलों में वातावरण में परिवर्तन आ सकता है और मामूली मेघ छाने के साथ सुबह के पारे में कमी आ सकती है। जबकि 20 नवंबर के बाद सर्दी का प्रभाव काफी हद तक तीव्र होने की आशंका जताई गई है। वही अगले कुछ दिन उत्तर-उत्तर पूर्वी दिशा से इंदौर और इधर उधर के क्षेत्रों में तेज ठंडी हवाएं भी चलेगी और पारे में कमी भी आएगी। ग्वालियर में भी रात्रि के पारे में कमी आएगी। आगामी दिनों में न्यूनतम टेंपरेचर 10 डिग्री सेल्सियस के लगभग बना रह सकता है। इसके चलते अभी तीन-चार दिन तक मौसम का रुख इसी प्रकार बना रहने की आशंका जताई गई है।