नागपुर, 24 अक्टूबर 2023: आज, विजयादशमी के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रेशिमबाग मैदान में RSS के मुख्य नेता मोहन भागवत ने कार्यक्रम को संबोधित किया और बड़े तथा महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
मोहन भागवत के भाषण के महत्वपूर्ण अंश:
मणिपुर हिंसा का राजनीतिक पक्ष: भागवत ने मणिपुर में हिंसा का मुद्दा उठाया और कहा कि यह हिंसा किसकी योजना के तहत की गई है, इस पर सवाल उठना चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि मणिपुर में क्यों इतने सालों से अलगाव की भावना फैली है, और क्या इसमें किसी और देश की बाहरी शक्तियों का योगदान है।
वोट के मांगने पर भावनाओं का प्रभाव: भागवत ने आगामी लोकसभा चुनाव के संदर्भ में भावनाओं के उद्घाटन के साथ वोट की मांग करने की कठिनाइयों का जिक्र किया और यह सुझाव दिया कि वोट डालने के समय भावनाओं को प्रमुख नहीं बनाना चाहिए।
समाज में विभिन्नता का महत्व: भागवत ने सामाजिक विभिन्नता को समाज में अस्थिरता और असंतुलन का कारण बताया और सामाजिक सद्भावना की आवश्यकता को जोर दिया।
राम मंदिर के उद्घाटन: भागवत ने उद्घाटन के दिन, भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन के बजाय, सभी भारतीयों को अपने स्थानीय राम मंदिरों में शास्त्रीय कार्यक्रमों का आयोजन करने की सलाह दी।
भारत का गौरव और सद्भावना का महत्व: भागवत ने भारतीय खिलाड़ियों के एशियन गेम्स में प्राप्त मेडल्स के साथ भारत की गरिमा की बढ़ती हुई मान्यता की और भारतीय संस्कृति की विविधता की महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिली है।