प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में थोड़े थोड़े अंतराल में वर्षा का तूफानी दौर अभी तक बरकरार हैं। कल यानी 24 सितंबर को भी MP के कई क्षेत्रों में वर्षा का व्यापक रूप देखने को मिल रहा हैं। इसी के साथ राजधानी भोपाल में पूरा दिन धूप छाए रहने के बाद रात्रि होने तक लगभग आधे घंटे तक वर्षा का मौसम काफी ज्यादा लुभावना हो गया। वहीं मौसम विभाग ने 25 सितंबर को प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में वर्षा की चेतावनी जारी कर दी गई है।
मौसम कार्यालय ने प्रदेश के ज्यादातर जिलों में सितंबर के अंतिम हफ्ते तक भयंकर वर्षा की संभावना जताई गई है। इसी के साथ प्राप्त हुए आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में साधारण बारिश का कोटा पूरा हो चुका है, लेकिन पश्चिमी मध्यप्रदेश में 3 फीसदी से ज्यादा वर्षा दर्ज की जा चुकी है। हालांकि पूर्वी मध्यप्रदेश में अभी भी 4 फीसदी तक अत्यंत ही कम वर्षा रिकॉर्ड हुई है। रविवार को इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, सिवनी, उमरिया समेत कई जिलों में झमाझम वर्षा देखने को मिली।
नई मौसम प्रणाली सक्रिय
मौसम स्पेशलिस्ट के आधार पर मौजूदा समय में प्रदेश में साइक्लोनिक तूफानी मौसम प्रणाली एक्टिव हो गई है। वहीं प्रदेश से मानसूनी ट्रफ रेखा निकल रही है। इस कारण प्रदेश में अगले दो दिनों तक व्यापक वर्षा का चरण बरकरार रहने का अंदेशा जताया गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम नमी का इलाका बना रहा हैं। जिसकी वजह से मध्य प्रदेश में अगले कुछ दिनों में वृष्टि बरक़रार रह सकती है। प्रदेश में 28 और 29 सितंबर के मध्य एक और मौसम प्रणाली एक्टिव हो सकती है।
इन जिलों में वर्षा की आशंका
दरअसल मौसम विभाग ने प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में वर्षा की संभावना जताई गई है। छिंदवाड़ा, बैतूल, डिंडोरी, बालाघाट, सिवनी, मंडला, हरदा और खंडवा जिले में भारी से लेकर तूफानी वर्षा का अंदेशा जताया गया है। वहीं भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, भिंड, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर जिले में मामूली रिमझिम का संकेत जताया गया हैं।