MP Weather : मौसम विभाग द्वारा एक बार फिर बारिश की तेज हलचल का अनुमान जताया गया हैं। दरअसल मौसम स्पेशलिस्ट का कहना हैं कि मौसम पुनह 15 अगस्त के बाद भीषण रूप ले सकता है और भारी वृष्टि भी देखने को मिल सकती है। हाल फिलहाल नेक्स्ट वीक तक भारी वर्षा अभी तक कोई संकेत नहीं हैं, हालांकि मामूली बौछारें पड़ती रहेगी। MP मौसम विभाग का अनुमान कहता है कि 18 अगस्त के बाद फिर से नई मौसम प्रणाली सक्रिय होगी जो फिर से भयंकर वर्षा का मुख्य कारण बनेगी। गुजरात में साइक्लोनिक हवाओं का चक्र एक्टिव होने से मालवा-निमाड़, इंदौर-उज्जैन में इसका खतरनाक प्रभाव देखने को मिलेगा।
आज इन जिलों में बारिश की चेतावनी
दरअसल मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान की मानें तो आज मधयपदेश में अगले 24 घंटों में इन जगहों पर बारिश का कहर देखने को मिल सकता हैं। हालांकि भोपाल, उज्जैन, इंदौर, जबलपुर-ग्वालियर, नर्मदापुरम सहित कई सिटीज में आसमान में बादलों का काला डेरा देखने को। भोपाल में कहीं कहीं छिटपुट जगहों पर हलकी फुल्की फुहारें देखने को मिल सकती है। इंदौर , उज्जैन और जबलपुर में मेघ छाए रहेंगे लेकिन जबलपुर उज्जैन में मामूली बरसात हो सकती है। रविवार को प्रदेश में नर्मदापुरम, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडौरी, बालाघाट, सीहोर व भोपाल में साधारण वृष्टि का अंदेशा जताया गया हैं। इंदौर संभाग में बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास जिलों में नॉर्मल बारिश होने के आसार जताए गए है। वहीं प्रदेश में सागर, ग्वालियर, चम्बल, रीवा संभाग एकदम साफ़ रहेगा।
नई मौसम प्रणाली एक्टिव होने के आसार
वहीं आपको बता दें कि मौसम विभाग के द्वारा पूर्वानुमान में बताया गया हैं कि, मौजूदा समय में वर्षाऋतु की ट्रफ रेखा हिमालय की निचली भूमि में पहुंच चुकी है। जिसके फलस्वरूप उत्तरी गुजरात और बंगाल में साइक्लोन चक्र बने हुए हैं, लेकिन उनका प्रभाव ग्वालियर-चंबल में देखने को नहीं मिलेगा। वहीं इंदौर में अगले कुछ दिनों तक मानसून की हलचल में अभाव दिखाई देगा, इसी के साथ मामूली फुहारें पड़ने की आशंका जताई गई है। ग्वालियर में 15 अगस्त तक भारी रेन की हाल फिलहाल कोई आशंका जताई गई है। साथ ही साथ अपकमिंग 14 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक नया कम नमी का इलाका बनने जा रहा हैं, जिसके प्रभाव से 15 अगस्त के पश्चात बारिश का सिलसिला प्रारंभ हो सकता है।
फिर से बदलेगा मौसम
गौरतलब हैं कि मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर व बंगाल की खाड़ी में वर्षाऋतु मौसम में बड़े परिवर्तन देखने को मिलने वाला हैं। वर्षाऋतु की अक्षीय लाइन दक्षिण की तरफ है जो अमृतसर, नजीराबाद, कानपुर, दरभंगा, जलपाईगुड़ी से दक्षिण-पूर्व की तरफ मिजोरम पहुंच रही है। राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भिन्न-भिन्न साइक्लोन बने हुए हैं, लेकिन इनका प्रभाव ग्वालियर-चंबल संभाग में जरा सा भी नहीं है, लेकिन 15 से 16 अगस्त के तक़रीबन वर्षाकाल की अक्षीय लाइन उत्तर की तरफ आएगी और बंगाल की खाड़ी में भी नई मौसम प्रणाली सक्रिय होने के साथ ही तूफानी बारिश का अंदेशा जताया जा रहा हैं। जिसके बाद भयंकर वर्षा देखने को मिल सकती हैं।