Rajyog 2023 : ज्योतिशास्त्र में ग्रहों के गोचर का काफी ज्यादा महत्व होता है। साथ ही ग्रहों में गुरु ग्रह का भी काफी खास स्थान होता है। वहीं देवगुरु बृहस्पति का राशि भ्रमण बेहद ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। गुरु एक राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए लगभग 13 महीनों तक का वक़्त लगाते हैं, ऐसे में सुख के कारक गुरु ग्रह सितंबर में गोचर करने जा रहे हैं। वही अपोजिट राजयोग का भी निर्माण होगा। हालांकि हाल ही में बुध ग्रह ने मिथुन राशि में गोचर किया है, और सूर्य पहले से ही मिथुन राशि में विद्यमान है, इसका लाभ मीन, सिंह, मिथुन राशि वालों को मिलेगा। इसी बीच धन लाभ के साथ वाहन, संपत्ति का परम सुख भी प्राप्त होगा।
कब बनता है विरुद्ध राजयोग
वहीं हिंदू सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, जब कुंडली के छठे, आठवें, बारहवें, घर के स्वामी युति संबंध बनाते हैं, तो अपोजिट राजयोग का निर्माण होता है। इस योग में उनके स्वामियों का आवश्यक योगदान होता है। वैसे त्रिक भावों को ज्योतिष विज्ञान में शुभ नहीं माना जाता लेकिन कुछ खास परिस्थियों के कारण यह शुभ फल देने लगते हैं। वहीं मुख्यत: त्रिक भावों में से किसी भाव का स्वामी (जैसे षष्ठम भाव का द्वादश में) किसी अन्य त्रिक भाव में विद्यमान हो तो इस योग का निर्माण होता है।
दिसंबर तक गुरू रहेंगे वक्री
ज्योतिष के मुताबिक पिछले 22 अप्रैल 2023 को गुरु अपनी स्वराशि मीन राशि से गोचर कर अपने मित्र ग्रह मंगल की राशि मेष में भ्रमण किया था और तभी से वह इसी राशि में हैं। वहीं गुरु के मेष राशि में आगामी समय से पहले से इसी राशि में उपस्थित राहु संग युति बनी है जिससे गुरु-चांडाल दोष उत्पन्न हुआ है और अब देवगुरु बृहस्पति 4 सितंबर 2023 को शाम के लगभग 5 बजे वक्री स्थान में आ जाएंगे। फिर ये 31 दिसंबर 2023 को सुबह वक्री पोजीशन से बाहर आ जाएंगे। गुरु के 4 सितंबर 2023 को वक्री होने पर कुछ राशि के जातकों पर इसका शुभ असर देखने को मिल सकता है।
राशियों पर कैसा रहेगा प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों को गुरु ग्रह का वक्री होना अत्यधिक शुभ परिणाम देने वाला सिद्ध होगा। वहीं आपको भाग्य पूरा साथ मिलेगा। साथ ही आपके रुके हुए कार्य शीघ्र ही पूर्ण होंगे। करियर और व्यापार में आपको जबरदस्त लाभ होगा। इस बीच आपको छप्परफाड़ धन लाभ होने के आसार बन रहे हैं। जॉब कर रहे जातकों के लिए नई जॉब की खोज अब पूरी होंगी। धर्म-कर्म में अधिक रुचि रहेगी।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह का वक्री होना किसी चमत्कार से कम नहीं है। गुरु की चाल में यह परिवर्तन आपकी कुंडली के दसवें स्थान में होगा। करियर और व्यापार में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। गुरु के वक्री होने से कर्क राशि के जातकों का मान-सम्मान और रुतबा बढ़ेगा। बिजनेस में शानदार मुनाफा प्राप्त होने के योग बनर रहे हैं। उधार लिया हुआ हुआ धन वापस मिलेगा। बेरोजगारों युवकों को मिलेगा रोजगार।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए देव गुरु बृहस्पति का वक्री होना बेहद ज्यादा शुभकारी माना जा रहा है। सिंह राशि के जातकों को अपनी औलाद की ओर से कोई शुभ सन्देश भी प्राप्त हो सकता हैं। जो लोग रिसर्च से संबंधित हैं उनके लिए उन्नति के सभी मार्ग खुलेंगे। साथ ही इन जातकों को अपार सगल्टा मिलने के भी संकेत यहां दिखाई दे रहे हैं। लंबे समय से अटक हुए कार्यों में तेजी आएगी। फाइनेंशियल कंडीशन बेहतर होगी। आय में वृद्धि के आसार बन रहे हैं।