इंदौर। इसी साल देश के 6 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में मप्र का चुनाव सबसे दिलचस्प मोड पर आ गया है। यहां पर सीधे सीधे बाजीगर और जादूगर की कांटे की टक्कर हो रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने चुनाव से पहले मात्र 21 दिनों के भीतर पांच बड़ी कल्याणकारी योजनाए लागू कर मतदाताओं को अपनी और आकर्षित करने का प्रयास किया है। वहीं पीपीसी प्रमुख तथा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इन योजनाओं पर करारा जवाब देते हुए प्रदेश की जनता से वादा किया है की उनकी सरकार बनते ही कई 500 रु में गैस सिलेंडर समेत अन्य योजनाओं का लाभ दिलाएंगे । चुनाव से पहले मतदाताओं को रिझाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच रैवड़ी बांटने का खेल जमकर चल रहा है। सरकार किसकी बनेगी यह तो परिणाम बताएंगा फिलहाल दोनों के बीच सियासी मुकाबलें से प्रदेश की जनता को जरुर लाभ हो रहा है।
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अलग अलग सर्वे ने कांग्रेस को दिखाया मजबूती का रास्ता
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18 सालों से प्रदेश में राज कर रहे शिवराजसिंह चौहान और मात्र 15 माह की सरकार चलाने वाले पीसीसी प्रमुख कमलनाथ दोनों ही सत्ता हासिल करने के लिए नए नए रास्ते खोज रहे है। कांग्रेस के दो दिग्गज नेता दिग्विजयसिंह और कमलनाथ जिस तरह से संघर्ष और मेहनत कर रहे है उसको देखते हुए कांग्रेस काफी उत्साहित दिख रही है। जबकि भाजपा का ग्राफ कुछ नीचे आया हे.। यह इस बात से पता चलता हे की प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी इसको लेकर अलग अलग संस्थाओं ने जनवरी से जून के बीच 6 सर्वे किए है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है की ये सभी सर्वे कांग्रेस के पक्ष में गए है। इन सर्वो से भाजपा में हाहाकार मचा हुआ है। अगर चुनाव तक कांग्रेस का ऐसा ही रंग जमा रहा तो परिणाम पऱ असर पड़ सकता है।
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चुनाव से पहले शिवराज ने खोला कल्याणकारी योजनाओं का खजाना
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विगत 18 सालो से प्रदेश में सत्ता का सुख भोग रही भाजपा इस बार भी सत्ता हासिल करने के लिए सरकारी योजनाओं का सहारा ले रही हे। हालांकि भाजपा को सत्ता तक पहुँचने के लिए कठिन रास्ता तय करना पड़ेगा। इसी बीच चुनावी माहौल के बीच सरकार के मुखिया
शिवराज सिंह चौहान लगातार एक के बाद एक नई योजनाएं लाकर मतदाताओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है। विगत 21 दिनों में सरकार ने 5 बड़ी कल्याणकारी योजनाए लागू करके लोंगो को जोरदार तोहफा दिया हे । लाभ पहुँचाने वाली इन योजनाओं से
भाजपा को जरूर ताकत मिलेगी । वैसे भी वर्तमान में भाजपा को मजबूती प्रदान करने के लिए उसकी दोनों संस्थाएं संगठन और संघ पूरी ताकत के लगी हुई हे।
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सत्ता में वापसी की राह तलाश रहे हे पार्टी के दोनों दिग्गज नेता
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मप्र में 230 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में अब महज पांच महीने का समय ही बचा है। 2020 में सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद राज्य की सत्ता गंवाने वाली कांग्रेस इस बार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के भरोसे सत्ता में वापसी की राह तलाश रही है.। इस वक्त दोनों ही मिलकर दमदारी के साथ सरकार, संघ और संगठन को कड़ी टक्कर दे रहे है। हालांकि कांग्रेस सरकार में नहीं है इसलिए उसने योजनाओं का ऐलान नहीं किया है, लेकिन सरकार बनने के बाद जो उन्होंने वादे किए है वो काफी दमदार है। सबसे बड़ा तोहफा 500 रु में गैस सिलेंडर वाला है जो हर किसी को आकर्षित कर रहा है। सिलेंडर घर घर की जरुरत है।
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भाजपा – चुनाव से पहले के तोहफे
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▪️ 10 जून – लाडली बहना योजना की शुरुआत की (महिलाओं को एक हजार रु प्रतिमाह)
▪️ 11 जून – आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं का मानदेय बढ़ाकर उनका मान बढ़ाया (अब इन्हें 13 हजार रु मासिक वेतन मिलेगा)
▪️ 21 जून – अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना शुरु की (बच्चों को मिलेगे चार हजार रु प्रतिमाह)
▪️ 30 जून – दीनदयाल रसोई योजना शुरु की है। इसमें मात्र 5 रु में भरपेट खाना मिलेगा ( 5 रुपए में थाली )
▪️ 1 जुलाई – शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों को भी तोहफा दिया है। (अब इन्हें 5 लाख तक की चिकित्सा सुविधा मिलेगी)
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कांग्रेस – सरकार बनने के बाद के वादे
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▪️महिलाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह
▪️ 500 रुपये में गैस सिलेंडर
▪️ ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने
▪️100 यूनिट बिजली बिल माफ और 200 यूनिट हाफ
▪️प्रदेश के किसान कर्जमाफी
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