भोपाल। मध्यप्रदेश में बहुत जल्द चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिल सकता है, लेकिन उससे पहले मानसून के आने की संभावना भी जताई जा रही है। पहले मौसम विभाग की तरफ से जहां मानसून 1 जून को केरल में और 15 जून को मध्यप्रदेश में आने की जानकारी दी थी, लेकिन अभी तक मानसून की एंट्री नहीं हुई है। मध्यप्रदेश में किसानों ने मानसून के आने से पहले ही अपने खेतों को तैयार कर लिया था, लेकिन अभी तक मानसून नहीं आया है।
मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी देते हुए बताया कि, मानसून के मिल जाने की वजह से चक्रवार्ती तूफान बिपरजॉय के तेवर कमजोर पड़ गए हैं। बता दें कि अभी मानसून ओडिशा तक पहुंच गया है। वही बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बन गए हैं। आगामी दो दिनों में चक्रवाती तूफान पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। वही मानसून की गति बढ़ जाएगी और वहां उत्तर प्रदेश की ओर से छत्तीसगढ़ पहुंच जाएगा। ऐसे में चार-पांच दिनों में छत्तीसगढ़ को पार करते हुए मध्य प्रदेश में दस्तक देने की संभावना जताई जा रही है।
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इन सबके बीच मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए बारिश का भी अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग में जिन राज्यों में आंधी को लेकर चेतावनी जारी की गई है। उनमें मध्यप्रदेश, कर्नाटक, आंतरिक कर्नाटक ,लक्षदीप, तमिलनाडु शामिल है। मध्य प्रदेश में भी बिपरजॉय चक्रवात का असर देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से भोपाल, चंबल ग्वालियर सहित कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही प्रदेश के सतना, श्योपुरकला, पन्ना देवास, शाजापुर, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, टीकमगढ़, सागर, दमोह और निवाड़ी छतरपुर जिले में भारी बारिश के साथ तेज हवा चलने की चेतावनी दी है।