इस साल की शुरुआत होते ही देश में ऐसा माना जा रहा था की कोरोना महामारी अब धीरे धीरे नियंत्रण में आ गई है लेकिन फरवरी के अंत में अचानक से महाराष्ट्र समेत और भी राज्यों में कोरोना की रफ़्तार एक बार फिर तेज़ होती नजर आ रही हैं। इसके लिए देश में इस स्थिति को देखते हुए पीएमओ ने तत्काल कोरोना को लेकर इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में देश की तत्काल कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर चर्चा की गई है।
आज की पीएमओ की इस मीटिंग के पश्चात हेल्थ मिनिस्ट्री ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया हैं कि -“देश में कोरोना के एक्टिव मामले 1 लाख, 50 हजार से नीचे बने हुए हैं लेकिन कुछ राज्यों जैसे केरल, महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं जो चिंता का विषय है, इन प्रदेशों में प्रतिदिन कोरोना मामले बढ़ते जा रहे हैं” आगे उन्होंने कहां कि “अकेले केरल में ही देश के 38 प्रतिशत एक्टिव कोरोना मामले हैं जबकि महाराष्ट्र में 37 प्रतिशत एक्टिव मामले हैं” हेल्थ मिनिस्ट्री की इस बात के बाद यह स्थित चिंताजनक नजर आ रही है, और इसके लिए इन प्रभावित राज्यों में प्रशासन द्वारा सख्ती भी बरती जा रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ” देश के कई राज्यों में तो केस नियंत्रित है लेकिन अभी कुछ राज्यों में कोरोना एक दम से बढ़ा है साथ ही उन्होंने कहां की देश में यूके की वैरियंट आने के बाद हमने लैब का कंसोर्टियम बनाया है, जिससे किसी भी नई वैरायटी की ट्रेकिंग हो रही है, अउ अभी लोगों में अलग-अलग वैरियंट को लेकर कन्फ्यूजन बना हुआ है, देश में अभी 187 यूके वैरियंट, 6 साउथ अफ्रीका वैरियंट हैं,1 ब्राजील वैरियंट मरीज हैं.”
इसी बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी देश में चल रहे वैक्सीन टीकाकरण की बात भी कही हैं।