देश कोरोना वायरस की वैक्सीन का टीकाकरण महाभियान 16 जनवरी से चल रहा है, और इस टीकाकरण में भारत देश ने सभी देशो को पीछे छोड़ दिया है। इस वैक्सीन टीकाकरण अभियान का तहत सबसे पहल फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन का पहला डोज दिया जा रहा है, मध्यप्रदेश के इंदौर में भी कोरोना की वैक्सीन यहाँ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) में चल रहा है, जिसमे आज फ्रंटलाइन वॉरियर्स को टीका लगाए जाने का बुधवार को दूसरा दिन है। बता दे कि इस टीकाकरण के लिए कई अस्पतालों में टीकाककरण केंद्रों पर पुलिस व अन्य विभागों के कर्मचारी टीका लगवाने के लिए पहुंचे।
इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल में सुबह से ही वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत कर दिया गया है इसमें सुबह 11 बजे तक 40 कर्मचारी पहुंच गए थे। टीकाकरण कराने आये ये सभी पुलिस कर्मी खजराना थाना और डीआरपी लाइन के काफी पुलिसकर्मी पहुंचे थे। इन कर्मचारियों में से 11 बजे तक लगभग 25 लोगो का वैक्सीन का टीका लगा दिया गया था। एमवायएच के टीकाकरण केंद्र पर बुधवार को सबसे पहला टीका खजराना थाने के पुलिसकर्मी प्रवीण सिंह को लगा।
इस टीकाकरण का शुरुआत दौर सोमवार से हुआ है जिसमे सिर्फ कुछ ही कर्मचारी पहुंच पाए है क्योंकि बहुत से कर्मचारी सूचना के आभाव के कारण उपस्थित नहीं हो पाऐ थे और सूचना के अभाव में पुलिसकर्मी व अन्य विभागों के कर्मचारी नहीं पहुंच सके थे। इस वजह से सभी विभागों को बुधवार को उनके जिन कर्मचारियों को टीका लगना है, उनकी सूची भी सौंपी गई ताकि वो लोग भी अपने कर्मचारियों को टीका लगावाने के लिए संबंधित अस्पतालों पर पहुंचने की पूर्व सूचना दे सकें।
वैक्सीन का टीकाकरण अभियान शहर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भी चल रहा है यहाँ भी बुधवार की सुबह से11 बजे तक 27 लोग वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए पहुंच चुके थे। इनमें पुलिस व रेवेन्यू विभाग के कर्मचारी थे। बता दे कि टीकाकरण के लिए लोग सुबह 9.35 बजे तक पांच-छह लोग पहुंचे। राजश्री अपोलो अस्पताल में बनाए गए दो टीकाकरण केंद्रो पर 300 लोगों को टीका लगना है लेकिन सुबह 11बजे तक यहां के टीकाकरण केंद्र पर पुलिस विभाग के पांच से छह कर्मचारी ही पहुंचे। और लोगो के न आने के कारण वैक्सीन की एक बोतल को खोला गया है। साथ ही अन्य केन्द्रो पर भी लोग नहीं आये थे।