मध्यप्रदेश की स्मार्टसिटी इंदौर ने 4थी बार स्वच्छता सर्वक्षण में पहला स्थान प्राप्त किया है। इंदौर के लिए ये बड़े गौरव की बात है कि इतनी ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र होने के बावजूद शहर रहवासियो और इंदौर नगर निगम की कार्यकुशलता के कारण चार बार इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर सिद्ध हुआ है। जिसके बाद प्रदेश के अन्य शहरों को भी इंदौर के स्वच्छता मॉडल को अपनाना चाहिए, इस लिए इंदौर IIM की एक पहल शुरू की जा रही है जिसके अनुसार इंदौर के स्वच्छता मॉडल को आइआइएम इंदौर देश के दूसरे शहरों तक पहुंचाएगा ताकि बता दे इंदौर की तरह अन्य शहर भी स्वच्छता हेतु इन प्रयोगो को अपनाकर अपने शहर को भी स्वच्छ बनाया जा सके।
इसी क्रम में नगर निगम और IIM इंदौर के बीच 11 एमओयू भी साइन किया गया था। बता दे कि इस एमओयू के तहत दोनों संस्थानों के बीच तीन साल का यह अनुबंध होगा जिसमे आइआइएम इंदौर नगर निगम का वित्तिय प्रबंधन, सफाई व अन्य कार्यो के लिए क्षमताएं विकसित करने, कर्मचारियों व स्टाफ के लिए ट्रेनिंग, वर्कशॉप बनाने व लोकल गर्वनेस का काम भी करेगा।
इतना ही नहीं अब से इंदौर IIM शहर की स्वच्छता की केस स्टडी भी तैयार करेगा, जिसके बाद इस केस स्टडी के आधार पर अन्य शहरों को भी स्वछता के लिए किये जाने वाले सभी कार्यो के बारे में बताया जायेगा। इसके अलावा निगम आईटी व तकनीक के उपयोग में भी निगम का सहयोग करेगा। कई शहरों ने इंदौर के स्वच्छता मॉडल की सराहना की है और साथ ही इसी तरह के मॉडल को अपने शहर में अपनाने की इच्छा जताई थी।
इसी के चलते शहर की निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया है कि “इंदौर के सफाई के मॉडल को दूसरे शहर भी अपनाना चाहते है जिसक्व लिये आइआइएम इंदौर अन्य शहरों को इसकी जानकारी देगा। आगे उन्होंने बताया कि अन्य शहरों में सफाई व अन्य कार्यो में जो बेहतर कार्य हुए है उसे भी नगर निगम इंदौर के साथ शेयर करेगा”