मुर्गी बनी आर्थिक उन्नति का सहारा

mukti_gupta
Published on:

इंदौर जिले में किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने तथा उन्हें आय के अतिरिक्त साधन उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रह हैं। किसानों तथा उनके परिजनों को किसानी के अलावा इससे जुड़े अन्य व्यवसायों से भी जोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर जिले के ग्राम हासाखेड़ी में रहने वाले सैयद पिता सत्तार पटेल को कुक्कुट पालन योजना के तहत सहायता दी गयी। छोटी सी सहायता से उसने अपना एक नया व्यापार शुरू किया और आर्थिक उन्नति के नई राह पकड़ी।

सैयद पटेल ने विकास यात्रा में पहुंचकर शासन के प्रति आभार व्यक्त किया। उसने अन्य ग्रामीणों को भी प्रेरित किया कि वे शासन की योजना का लाभ उठाए और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए। सैयद पटेल ने बताया कि राज्य शासन द्वारा मुझे कुक्कुट पालन योजना के अंतर्गत दी गयी छोटी सहायता मेरे लिए बहुत मददगार बनी।

Also Read: आयुष्मान भारत निरामयम योजना की सहायता से चेतन अब सुनेगा भी और जवाब भी देगा

मुझे इस योजना के अंतर्गत मुर्गी के 45 बच्चे दिए गए थे और 2200 रूपए की आर्थिक सहायता भी दी गयी थी। मैंने मुर्गी के बच्चों को खिलाया और बड़ा किया। बड़े होने के पश्चात लगभग 450 रूपऐ नग से विक्रय किया। मुझे हजारों रूपए की आमदनी मिली। इस राशि से मैंने इस व्यवसाय को और आगे बढ़ाया। यह योजना मेरी आर्थिक उन्नति के लिए नई राह बनी।