नितिनमोहन शर्मा
शहर में किसी भी हाल में चाइना मांजा बिकने नही देंगे। जिन्होंने चोरी छुपे अब भी चाइना मांजा रखा है वो नष्ट कर दे। अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहे। उनकी संपत्ति पर वार करेंगे और जेल भी भिजवाएँगे। छतों की भी ड्रोन से निगरानी करेंगे। अगर् कोई बच्चा भी पतंग उडाते हुए मिला तो अभिभावक पर कार्रवाई होगी । इस चेतावनी से इंदौर वालो खुश मत होईये। ये हिदायत उज्जैन एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल की है और उज्जैन के लिए हैं। इंदौर में इस मामले में ‘जीरो बटा सन्नाटा’ है।
उज्जैन में कल चाइना मांजा बेचने वाले का कल एक मकान भी तोड़ा गया। वह भी तीन तीन पार्षदो के मौके पर विरोध के बाद भी। हितेश भोजवानी का मकान तोड़ा गया। उसके पास से 25 दिसम्बर को 46 गट्टे इस प्रतिबंधित मांजे के मिले थे। विरोध करने आये पार्षदो ने लाख कहा कि इतने से मांजे के लिए जुर्माना कर दो पर मकान मत तोड़ो। लेकिन जिला प्रशासन ने दो टूक कहा कि जान से बढ़कर कुछ नही।
अब इन्दौर की बात करें। यहाँ चाइना मांजा बेख़ौफ़ बिक रहा है। बेचने वाले अब मोटा मुनाफा लेकर बेच रहे है और खरीददारों की बेशर्मी कायम है। काछी मोहल्ला, सिख मोहल्ला, रानीपुरा, महारानी रोड, हरसिद्धि, खजराना, मल्हारगंज, चन्दननगर आदि जगह पर खुलेआम ये मौत की डोर बिक रही है। एक युवक की जान जाते जाते बची।
तेजाजीनगर में युवक का कपाल कटा
मौत की डोर से तेजाजी नगर का एक युवक मरते बचा। बाइक पर जाते हुए प्लास्टिक का मांजा उलझा। हाथ से हटाया तो माथे को चीरता हुआ गहरा घाव दे गया। युवक को टांके लगे और अब भी घाव गहरा है।
ग्राहक पंचायत ने ज्ञापन दिया
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने संभागायुक्त को चाइना मांझे को प्रतिबंधित करने का ज्ञापन दिया। संगठन द्वारा बताया गया कि चाइना डोर से विगत कई वर्षों मे जो जनहानि हुई है उसके लिए अनैतिक लाभ कमाने वाले कुछ व्यापारी जिम्मेदार है साथ ही जनता मे जागरण का अभाव है। 06 दिसम्बर को महाराष्ट्र में पुणे जिले के दौंड में एक बाइक सवार का गला कट गया और मौत हो गई। ऐसी ही घटना बड़ोदरा गुजरात में हुई जहा नेशनल हॉकी प्लेयर राहुल बाथम की मृत्यु इसी प्रकार से चाइना मांझी से गर्दन कटने के कारण हुई है | इस प्रकार केवल अपने मनोरंजन के चलते हमारे संभाग मे ऐसी कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए विक्रेताओ पर सख्त कार्यवाही की जावे एवं प्रचार प्रसार के माध्यम का प्रयोग करके जन जागरण अभियान आगामी त्योहार तक चलाया जावे |
गला बचाने के लिये स्कूटर पर तार बांधे
पुलिस प्रशासन की सुस्ती से डरे लोगो ने अपनी जान बचाने की अपने स्तर पर शुरुआत की। जीवदया संस्था चलाने वाले राजु सागर और उनके पुत्र पुष्पक में एक ऐसे एल्युमिनियम के तार का जंगला बनवाया है जो स्कूटर या बाइक पर आगे की तरफ फिट किया गया ताकि मौत की डोर गले मे लिपटने के पहले तार से उलझे। ये प्रयोग अहमदाबाद में बहुत होता है।