भारत में चितो की संख्या बढ़ाने के लिए एक बार फिर से लाए जा सकते है। इसके लिए लगभग पूरी तैयारी भी हो चुकी है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनको पिछले 6 महीने से क्वारैंटाइन किया गया है। इसको भी मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़े जाएंगे। इससे एमपी में पहले से ज्यादा संख्या हो जाएंगी।
12 चीते दक्षिण अफ्रिका से लाए जाएंगे। इसके लिए लगभग संपूर्ण तैयारी भी की जा चुकी है। कयास यह लगाए जा रहे है किइसी माह के अंतिम हफ्ते में आ सकते है। बता दें, कि इसके पहले पिछले साल 17 सितंबर को अफ्रीकी देश नामीबिया से 8 चीते भारत लाए गए थे। ये चीते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए।
कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की 20वीं बैठक में 12 चीतों को लाए जाने की तैयारी पर एक प्रेजेंटेशन दिया। इनमें 7 मेल और 5 फीमेल चीते शामिल हैं।
एक्शन प्लान के तहत लाए जा रहे
सूत्रों ने कहा कि चीतों के इंटर कॉन्टिनेंटल ट्रांसफर के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर दस्तखत होना बाकी है। भारतीय वन्य जीव संस्थान ने ‘भारत में चीता के रिइंट्रोडक्शन के लिए एक्शन प्लान’ बनाया है। इसके अनुसार 12-14 जंगली चीते (8-10 नर और 4-6 मादा) लाए जाने हैं।
यह संख्या नई जगह पर चीता की आबादी बढ़ाने के लिए आदर्श मानी गई है। चीतों को दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और अन्य अफ्रीकी देशों से लाया जाएगा। शुरू में पांच साल के लिए यह प्लान बनाया गया है। इसके बाद जरूरत के अनुसार चीतों को लाया जाना है।