इंदौर: IIM के प्रोफेसर ने कोविड के कठिन समय में सांसदों की Leadership Traits पर सर्वे किया, इंदौर के सांसद प्रथम स्थान पर रहे

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By Ayushi JainPublished On: January 11, 2021

आईआईएम इंदौर के प्रोफेसर शुभोमय डे और डॉ दीपक जारौलिया, पीएमआईआर ने देश के सांसदों का सर्वे किया है जिसमें कई पैमानों पर सांसदों को परखा गया। इस सर्वे के मुताबिक इंदौर के सांसद शंकर लालवानी कोरोना के कठिन काल में सबसे बेहतर लीडर साबित हुए हैं।आईआईएम के प्रोफेसर शुभोमय डे ने कहा कि सर्वे में विभिन्न सांसदों की ‘Active/Energetic Leaders and their Leadership Traits’ को एक आपदा के समय प्रबंधन की दृष्टि से परखा गया।

इस सर्वे में प्री लॉकडाउन एक्टिविटी, मीटिंग्स की संख्या, लोकसभा क्षेत्र में की गई पहल, सामाजिक कामों में योगदान, जागरूकता बढ़ाने और केंद्र सरकार के साथ समन्वय करने जैसे महत्वपूर्ण मापदंड थे। लीडरशिप सर्वे के इन मापदंडों का माइक्रोसॉफ्ट के बीआई प्लेटफॉर्म की मदद से विश्लेषण किया गया।

इस सर्वे में दूरदर्शिता, निर्णय क्षमता, प्रतिबद्धता, साहस, सहानुभूति, इंटेलीजेंस जैसे महत्वपूर्ण Leadership Traits का अध्ययन किया गया।कोरोना के समय आवाजाही की पाबंदी के कारण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग विश्लेषण के लिए किया गया। इस सर्वे में प्रतापगढ़ के संगमलाल गुप्ता, औरंगाबाद-महाराष्ट्र के इम्तियाज़ जलील, उज्जैन के अनिल फिरोजिया, मुंबई नार्थ-ईस्ट के मनोज कोटक, पुणे के गिरीश बापट, जमशेदपुर के बिद्युत महतो, जलगांव के उमेश पाटिल और अंबेडकर नगर के रितेश पांडे संयुक्त स्थान रुप से चौथे स्थान पर रहे।

जयपुर के रामचरण बोहरा, करनाल के संजय भाटिया, पटियाला की प्रणीत कौर और दार्जिलिंग के राजू बिस्ता तीसरे स्थान पर हैं।  पोरबंदर के रमेश धडुक, वडोदरा की रंजन बेन भट्ट, कुरुक्षेत्र के नायब सिंह और खजुराहो के विष्णुदत्त शर्मा संयुक्त रुप से दूसरे स्थान पर रहे हैं। वहीं इंदौर के सांसद शंकर लालवानी पहले स्थान पर रहे। इस सर्वे में मंत्रीपद या अन्य राष्ट्रीय स्तर के ज़िम्मेदारी निभा रहे सांसदों को शामिल नहीं किया गया था। इस सर्वे में माइक्रोसॉफ्ट के आधुनिक बिज़नेस इंटेलीजेंस टूल का उपयोग किया गया।