IMD Alert : इन जिलों में बर्फबारी के साथ होगी भीषण बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

Share on:

देश में लगातार हो रहे मौसम परिवर्तन की वजह से लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस बदलते मौसम के दौर में कही बर्फबारी के साथ-साथ कोहरा और भीषण बारिश का माहौल बना हुआ है। वही कुछ इलाकों में गुलाबी ठंडक देखने को मिल रही है। कुछ इलाकों में बर्फबारी होने के कारण तापमान में तेजी से गिरावट हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए मौसम विभाग ने दिल्ली सहित 7 राज्यों में भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी किया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जम्मू कश्मीर, मुजफ्फराबाद हिमाचल प्रदेश में व्यापक और मध्यम वर्षा सहित बर्फबारी की संभावना जताई है। इसके अलावा 9 और 10 नवंबर को जम्मू कश्मीर लद्दाख गिलगित बालटिस्तान हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा।

इन इलाको में होगी बूंदाबांदी और अधिक ठंडा

मौसम विभाग में ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में मौसम का प्रभाव बदलेगा। पश्चिमी विक्षोभ विशेष रूप से सर्दियों में निचले इलाके में मानसून के बाद सर्दियों की बारिश और उत्तर-पश्चिम भारत में पहाड़ी इलाकों में भारी हिमपात का कारण बनती है। इस दौरान उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी देखने को मिल सकती है। वहीं राजधानी दिल्ली सहित मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ उत्तर भारत और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से में बूंदाबांदी से मौसम और अधिक ठंडा होगा।

दिल्ली में मौसम का हाल रहेगा कैसा

दिल्ली में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलता हुआ नजर आ रहा है। वही मौसम विज्ञानिकों ने बताया कि, कल से यानि 10 नवंबर से हल्की बारिश की संभावना है और इसके साथ तापमान में भी कमी हो सकती है। आज दिल्ली में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया जा सकता है। वहीं, कल भी दिल्ली का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया जा सकता है।11 नवंबर से तापमान में कमी दर्ज की जा सकती है। वहीं, दिल्ली में हल्का कोहरा भी देखने को भी मिल सकता है। इसी के साथ यूपी और बिहार सहित तमाम राज्यों में भी बन रहे है ये असर….

यूपी में मौसम का हाल

पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर प्रदेश में पड़ेगा। उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है, इसके लिए मौसम विभाग में अलर्ट जारी किया लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, रात को ठंडी हवाओं के प्रभाव में और अत्यधिक गिरावट होगी। तापमान में गिरावट का दौर जारी रहेगा, धुंध और कोहरे की दस्तक से मौसम पटा रहेगा।

पटना में मौसम रहेगा शुष्क

बिहार में सर्द हवाओं का सितम जारी है, पटना मुजफ्फरपुर शहर के कई प्रमुख शहरों में तापमान में भारी गिरावट जारी है। सुबह और शाम ठंड से लोग परेशान हो रहे हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मौसम शुष्क बना हुआ। तापमान में तीन से चार फीसद की गिरावट अभी और आएगी। वैशाली बेगूसराय सहित कई जिलों में अधिकतम तापमान काफी नीचे जा रहा है। ठंडी हवाओं का प्रचलन बढ़ गया है। पटना में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। वहीं न्यूनतम तापमान में भी गिरावट का दौर जारी है। कुछ दिन में सर्दी के और अधिक बढ़ने की संभावना मौसम विभाग द्वारा जताई गई है।

बंगाल में जल्द होगा नया सिस्टम एक्टीव

बंगाल की खाड़ी में जल्दी एक नया सिस्टम एक्टिव होगा, इससे बंगाल झारखंड सहित उड़ीसा के कई क्षेत्र प्रभावित होंगे, मौसम विभाग ने इसकी चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि झारखंड में फिलहाल मौसम शुष्क बना रहेगा। बंगाल में बंगाल की खाड़ी की तरफ से उठ रही हवा की वजह से मौसम हल्का ठंडा हो सकता है। फिलहाल गर्मी का दौर जारी रहेगा। वही उड़ीसा में भी मौसम बदलने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। तापमान में गिरावट जारी रहेगी। हालांकि कोहरे और धुंध की दस्तक से इनकार किया गया है।

एमपी में का हाल

मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ हरियाणा पंजाब में तेजी से मौसम में बदलाव का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण तापमान में गिरावट जारी रहेगी। धुंध और कोहरे से मौसम पड़ा रहेगा। इसके साथ ही बादल छाए रहेंगे। धूप के दर्शन से इनकार किया गया है। इसके साथ ही तापमान में गिरावट रहेगी। कई क्षेत्रों में बारिश देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

एक बार फिर से बादलों का आवागमन शुरू

दक्षिणी राज्यों की बात करें तो केरल कर्नाटक तमिलनाडु सहित महाराष्ट्र के कुछ हिस्से में बूंदाबादी का कहर जारी रहेगा। दरअसल इन क्षेत्रों में फिलहाल बारिश के रोकने से इनकार किया गया। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले सप्ताह के गुरुवार तक बारिश की गतिविधियों पर विराम लगेगी। हालांकि बारिश की गतिविधियों पर विराम लगते ही एक बार फिर से बादलों का आवागमन शुरू होगा। साथ ही एक नए पश्चिमी विक्षोभ का असर भी इन राज्यों पर देखने को मिल सकता है।