देश में चल रहे किसान आंदोलन में हर रोज नया सियासती रंग चढ़ रहा है। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून का मानसून सत्र में विरोध हुआ था। संसद में यह विरोध उस वक़्त ही हुआ था जब एक कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) वहां पहुंचे थे।
पीएम मोदी के वहां पहुंचने के दौरान आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह और और लोकसभा सांसद भगवंत मान ने तख्ती लेकर विरोध प्रदर्शन जारी किया था। इस दौरान सदन में तमाम बड़े नेता उपस्थित थे। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान सदन में लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता और राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी मौजूद थे।
बहरे कानो को सुनाने के लिये तानाशाह सरकार को जगाने के लिये संसद में प्रधानमंत्री के सामने किसानो के हक़ में हंगामा “किसान विरोधी काला क़ानून वापस लो” अन्नदाताओं को आतंकवादी कहना बंद करो। pic.twitter.com/X8MF2pxnad
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) December 25, 2020
आम आदमी पार्टी के दोनों नेता लगातार नारे लगते हुए अपना विरोध दर्ज करवा रहे थे। वो नारे लगते हुए कह रहे थे कि ‘किसान विरोधी काला कानून वापस लो, एमएसपी की गारंटी दो. पूंजीपतियों के लिए बनाए गए काले कानून को वापस लो’ कह रहे थे.’ राज्यसभा सांसद सिंह ने इस दौरान कहा ‘किसानों को आतंकवादी कहना बंद करो। ‘
वहीं दूसरी ओर से संगरूर से लोकसभा सांसद मान इस कृषि कानून का विरोध करते हुए कह रहे थे कि ‘प्रधानमंत्री जी लाखों किसान ठंड में ठिठुर रहे हैं. अन्नदाता मर रह हैं सर. तीनों कानून वापस ले लीजिए।’