कोरोना महामारी के चलते हर कंपनी अपने स्टाफ को घर से काम करने को दे रहे हैं। कोरोना की वजह से अधिकांश कंपनियां रिमोर्ट लेवल पर काम कर रही है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा स्टाफ से जुड़ने के लिए वर्चु्अल प्राइवेट नेटवर्क यानी वीपीएन के जरिए काम किया जा रहा है। जिसकी वजह से अब गूगल ने भी अपने एंड्राइड वर्जन के लिए लिनक्स कर्नेल में वायरगार्ड सपोर्ट को जोड़ने का कहा है। इसे एंड्राइड 12 के साथ दिया जाएगा। ये एंड्रॉइड12 स्मार्टफोन वीपीएन सिस्टम के साथ इनबिल्ट दिया जाएगा।
वहीं ये फीचर आईओएस में पहले से उपलब्ध है। साथ ही यूज़र्स को दूर के नेटवर्क से जोड़ने के लिए उनकी गोपनीयता, सुरक्षा और तेज गति से काम करने के लिए ये फीचर अत्याधुनिक क्रिप्टोग्राफ़ी मानकों का उपयोग करता है। ख़ास बात यह है कि वायरगार्ड एक नया वीपीएन प्रोटोकॉल होने के बावजूद अन्य कई प्रोटोकॉल को स्पीड के मुकाबले में मात देता है। वह भी उस स्थिति में जब इसमें हजार कोड की काफी कम लाइनें मौजूद है।
आपको बता दे, इस फीचर ऑपन वीपीएन नाम के एक अन्य वीपीएम प्रोटोकॉल कोड की एक लाख लाइनों पर चलता है। वहीं इसकी रिलीज के बाद वायरगार्ड को लिनक्स कर्नेल में जोड़ा गया और लिनक्स 5.6 में मौजूद करवाया गया। ये इसलिए क्योंकि एंड्राइड भी लिनक्स पर चलता है। वहीं गूगल ने भी एंड्रॉइडकॉमन कर्नेल के एंड्रॉइड12 के लिनक्स 5.4 और 4.19 में कई नए परिवर्धन जोड़े हैं। इनमें वायरगार्ड वीपीएन प्रोटोकॉल भी शामिल है।
अब आप सोच रहे होंगे की ये किस तरह काम करेगा तो बता दे, इसको लेकर एक लिनक्स कर्नेल डेवलपर ने बताया है कि वायरगार्ड एंड्रॉइड12 में एक साधारण नेटवर्क डिवाइस ड्राइवर के रूप में उपलब्ध होगा। हर नए एंड्रॉइड रिलीज़ के साथ गूगल लिनक्स कर्नेल को सपोर्ट करेगा। जैसे कि एंड्रॉइड11 में लिनक्स कर्नेल 4.14 और 4.19 का इस्तेमाल होता है। ठीक वैसे ही एंड्रॉइड12 में संभावित रूप से 4.19 और 5.4 लिनक्स कर्नेल का इस्तेमाल होगा। लेकिन फ्लैगशिप एंड्रॉइडडिवाइस लिनक्स कर्नेल 4.19 पर रन करती है और एंडॉय्ड 12 लिनक्स 5.4 पर रन करेगा। नीचे स्तर के मॉडल लिनक्स 4.19 पर रन करेंगे। इन दोनों में ही वायरगार्ड सपोर्ट होगा।