उज्जैन : कालिदास कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं संस्कृत महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की बैठक आज जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में विधायक श्री पारस जैन, संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य एवं अतिरिक्त संचालक शिक्षा श्री आरसी जाटवा, कालिदास कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य श्री महेश शर्मा एवं अन्य सदस्य मौजूद थे। कालिदास कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि महाविद्यालय देवासगेट शिफ्ट होने से इस बार 300 नये एडमिशन हुए हैं तथा विभिन्न संकायों में सीट बढ़ाने के प्रस्ताव राज्य शासन को भेजे गये हैं। बैठक में निम्नानुसार निर्णय लिये गये :-
कालिदास कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय
-महाविद्यालय का भवन अत्यधिक पुराना होने से बारिश में सभी कक्षाओं में पानी टपकता है। रिपेयरिंग के लिये 20 लाख रुपये का एस्टीमेट विकास प्राधिकरण द्वारा दिया गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अन्य एजेन्सियों से भी एस्टीमेट लिया जाये एवं इस कार्य को जनभागीदारी योजना से पूरा किया जाये।
-महाविद्यालय में कम्प्यूटर शाखा में कार्यरत चार अंशकालीन व्याख्याताओं का मानदेय 18 हजार रुपये प्रतिमाह करने का निर्णय लिया गया।
-स्ववित्तीय योजना के अन्तर्गत विभिन्न संकायों में सीट बढ़ाने का निर्णय लेते हुए स्वीकृति के लिये उच्च शिक्षा विभाग को भेजने का निर्णय लिया गया। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि स्ववित्तीय योजना के अन्तर्गत ऐसे व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये जायें, जिनमें छात्राएं अधिक से अधिक प्रवेश लें।
– जनभागीदारी समिति से नये भवन में रसायनशास्त्र, भौतिकशास्त्र, जीव विज्ञान, कम्प्यूटर साइंस आदि की प्रयोगशालाएं स्थापित करने का निर्णय लिया गया। महाविद्यालय में वाटर कूलर लगाने के लिये सीएसआर फण्ड से राशि प्राप्त करने के लिये कहा गया।
– कन्या महाविद्यालय के भवन में पूर्व से ही एनसीसी एवं खेल संगठनों के कार्यालय चल रहे हैं। इन कार्यालयों में दिनभर आवागमन होने से कन्या महाविद्यालय के पठन-पाठन व सुरक्षा बाधित होती है। बैठक में निर्णय लिया गया कि खेल संगठनों को सुबह 7.30 से शाम 6.30 बजे तक प्रतिबंधित किया जाये। इसी तरह एनसीसी के कार्यालय को शिफ्ट करने के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से सहमति प्राप्त कर कार्यालय को माधव कला महाविद्यालय में स्थानान्तरित करने का प्रयास किया जाये।
– महाविद्यालय में सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यकता अनुसार सीसीटीवी कैमरे लगाने की अनुमति प्रदान की गई।
संस्कृत महाविद्यालय
-संस्कृत महाविद्यालय में बीए विजुअल आर्ट्स का पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
-पूजा विधि के लिये दिये जाने वाले प्रमाण-पत्र का शुल्क 1500 से बढ़ाकर 3000 रुपये करने का निर्णय लिया गया। साथ ही इस प्रमाण-पत्र के लिये पात्रता एवं आयु सीमा निर्धारित करने के लिये नियम तैयार करने के निर्देश दिये गये।
-महाविद्यालय में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर को कुशल श्रमिक का मानदेय देने का निर्णय लिया गया।
-बीए संस्कृत का पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने के लिये आवश्यक शिक्षक नियुक्त करने की अनुमति दी गई।